विजय माल्या के वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात वाले बयान के बाद कांग्रेस पूरी तरह से आक्रामक हो गई है। कांग्रेस ने सवाल किया है कि भगोड़ा विजय माल्या एक मार्च को वित्त मंत्री को ये कह रहा था कि वो लंदन जा रहा है, तो वित्त मंत्री ने सीबीआई, एसएफआईओ, ईडी को क्यों नहीं बताया? लगता है भाजपा आजकल माल्या उड़, मेहुल चोकसी उड़, नीरव मोदी उड़ का खेल खेल रही है। आखिर देश जानना चाहता है कि विजय माल्या को भगाने के पूरे षडयंत्र का आर्किटेक्ट कौन है?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और मीडिया पैनेलिस्ट जयवीर शेरगिल ने सवाल किया कि मोदी सरकार में वो कौन व्यक्ति है जो एसबीआई और दूसरे बैंकों को इस बात के लिये मजबूर कर रहा था कि वो 29 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर न करें? तत्कालीन अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कल कहा है कि विजय माल्या को किसी ने राय दी थी कि वो देश से भाग जाए। वो कौन व्यक्ति है जो माल्या को देश छोड़कर भाग जाने की राय दे रहा था?
पीएम और एफएम की चुप्पी सवालों में
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पिछले 48 घंटे के घटनाक्रम में रहस्य की और ज्यादा परतें खुलती जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री जेटली की रहस्यमयी चुप्पी अपराध की स्वीकारोक्ति की ओर ईशारा करती है। अरुण जेटली 30 महीनों तक मुलाकात पर चुप्पी क्यों साधे रहे? यदि सीबीआई ने अपनी गलती मानी है तो प्रधानमंत्री कैसे जिम्मेदार नही हैं? यदि प्रधानमंत्री अब भी कार्रवाई नहीं करते हैं तो ये साबित हो जाएगा कि 'चौकीदार' भागीदार नहीं बल्कि गुनहगार हैं। सवाल सीधा है,9000 करोड़ कैसे लूटा, किसने लूटा और आप उनके संरक्षक बने क्यों खड़े रहे?
सीबीआई की भूमिका संदिग्ध
सुरजेवाला ने कहा कि सीबीआई की भूमिका और ज्यादा संदेह के घेरे में है। 29 जुलाई, 2015 को विजय माल्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है। 10 अक्टूबर को विजय माल्या के यहां रेड की जाती है। 16 अक्टूबर को सीबीआई गिरफ्तारी का लुकआउट नोटिस जारी करती है, लेकिन क्या कारण था कि उस गिरफ्तारी के नोटिस को बदलकर जानकारी देने वाला नोटिस कर दिया। कौन वो व्यक्ति है जिसने सीबीआई को गिरफ्तारी का लुकआउट नोटिस बदलकर जानकारी देने वाला नोटिस करने पर मजबूर किया।