राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि राजस्थान की निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश हो रही है और इस साजिश में एक केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं।
पत्र में उन्होंने लिखा है, ‘'कोविड-19 महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है. इस कृत्य में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता एवं हमारी पार्टी के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं।'’
मुख्यमंत्री गहलोत ने पत्र में कहा, ''प्रिय श्री नरेंद्र मोदी जी, मैं आपका ध्यान कई राज्यों में चुनी हुई सरकारों को लोकतांत्रित मर्यादाओं के विपरीत हॉर्स ट्रेडिंग के माध्यम से गिराने के लिए किए जाने रहे कुत्सित प्रयासों की ओर आकृष्ट करना चाहूंगा।''
उन्होंने आगे कहा, ''कोविड 19 महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है। इस कृत्य में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, बीजेपी के अन्य नेता एवं हमारे दल के कुछ अति महात्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं।''
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ''मुझे इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा कि आज जहां आम जनता जीवन एवं आजीविका को बचाने की जिम्मेदारी केंद्र एवं राज्य सरकारों की निरंतर बनी हुई ही। उसके बीच में केंद्र में सत्ता पक्ष कैसे कोरोना प्रबंधन की प्राथमिकता छोड़कर कांग्रेस की राज्य सरकार को गिराने के षड्यंत्र में मुख्य भागीदारी निभा सकता है। ऐसे ही आरोप पूर्व में कोरोना के चलते मध्य प्रदेश सरकार गिराने के वक्त लगे थे एवं आपकी पार्टी की देशभर में बदनामी हुई थी।''
गहलोत ने लिखा कि मुझे मालूम नहीं कि किस हद तक यह सब आपकी जानकारी में है अथवा आपको गुमराह किया जा रहा है। इतिहास ऐसे कृत्य में भागीदार बनने वालों को कभी माफ नहीं करेगा।