असम हिंसा के बाद से केंद्र की मोदी सरकार लगातार निशाने पर है। विपक्ष हमलावर है। शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आजादी अमृत महोत्सव के बहाने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जब देश में नफरत का जहर फैलाया जा रहा है तो कैसा अमृत महोत्सव?
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “जब देश में नफ़रत का ज़हर फैलाया जा रहा है तो कैसा अमृत महोत्सव? अगर सबके लिए नहीं है तो कैसी आज़ादी?” गौरतलब है कि आजादी के 75वें वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।
दरअसल, पिछले दिनों असम के दरांग जिले के सिपाझार में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए। ये झड़प तब हुई जब पुलिसकर्मियों की एक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए इलाके में गई थी।
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने गोलियां भी चलाईं और लाठी-डंडों भी बरसाए। घटना का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें एक शख्स कैमरा लिए पुलिस के सामने शव के साथ बर्बरता करता दिखाई दे रहा है। इस व्यक्ति के सीने में पुलिस की गोली मारी गई थी। इसपर भी मानवाधिकार लोग सवाल उठा रहे हैं और असम सरकार बैकफुट पर है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर ट्वीट किया था- मैं राज्य के भाई और बहनों के साथ हूं। भारत का कोई भी नागरिक ऐसे बर्ताव का हकदार नहीं है।