मध्य प्रदेश में ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के छठे दिन सैकड़ों पदयात्रियों का कारवां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में सोमवार को सूर्योदय के बाद इंदौर से उज्जैन की ओर बढ़ा।
यात्रा की शुरुआत इंदौर के बड़ा गणपति चौराहे से हुई। रास्ते में एक साइकिल सवार भी यात्रा में शामिल हुआ और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुछ पलों के लिए पैदल यात्रा को विराम देते हुए उसकी साइकिल के पैडल मारते नजर आए।
इंदौर के मशहूर शायर राहत इंदौरी के बेटे सतलज राहत भी यात्रा में शामिल हुए। सतलज ने बताया कि उन्होंने अपने दिवंगत पिता पर केंद्रित दो किताबें गांधी को पदयात्रा के दौरान भेंट कीं जिनमें राहत इंदौरी की आत्मकथा शामिल है।
कांग्रेस के घोषित कार्यक्रम के मुताबिक यह यात्रा चार दिसंबर को राजस्थान में दाखिल होने से पहले, 12 दिन के भीतर पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में 380 किलोमीटर का फासला तय करेगी। इस कृषि प्रधान अंचल में आदिवासियों की बड़ी आबादी रहती है।
गांधी की अगुवाई वाली यात्रा महाराष्ट्र से गुजरने के बाद ‘‘दक्षिण का द्वार’’ कहे जाने वाले बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव से मध्य प्रदेश में 23 नवंबर को दाखिल हुई थी।
गुजरे छह दिनों में यह यात्रा मध्य प्रदेश में अपना आधे से ज्यादा सफर पूरा कर चुकी है। इस दौरान गांधी की अगुवाई में पदयात्रियों का कारवां बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन और इंदौर जिलों से गुजरा है।