उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक भाजपा उत्तर प्रदेश में ओबीसी कार्ड पर खेलने की तैयारी में हैं।
इलाहाबाद में 12 जून को होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तर प्रदेश की राजनीति पर अहम विमर्श तो होगा ही लेकिन साथ ही पूर्वी भारत सहित दक्षिण भारत में पार्टी के विस्तार पर अलग से विमर्श होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में चुनावों के मद्देनजर ही इलाहाबाद को बैठक के लिए चुना गया है। यहां बड़ी रैली के जरिए पूरे पार्टी नेतृत्व के साथ एक बड़ी तैयारी का आभास दिया जाएगा। पार्टी में इस बात को लेकर भी दुविधा बनी हुई है कि आर्खिर उत्तर प्रदेश में दलित उसके साथ आगा या नहीं। एक हिस्से का मानना है कि तमाम प्रयासों के बावजूद दलितों का बड़ा हिस्सा मायावती के साथ ही जाएगा और दलितों को साथ लाने के चक्कर में बाकी जाति समूह भाजपा से बिदक सकते हैं। ऐसे में कोशिश ओबीसी के साथ-साथ बाह्मण और ठाकुरों पर ध्यान देगी। तथाकथित ऊंची जातियों में नेतृत्व की कुलबुलाहट को कैसे भाजपा अपने में समेट पाएगी, यह भी उसके सामने चुनौती रहने वाली है।
उच्चर प्रदेश के अलावा अपनी दूरगामी रणनीति के तहत उत्तर पूर्व से लेकर नीचे केरल तक में अपनी स्थिति को सुदृढ़ करने पर चर्चा होगी।