कर्नाटक के राजराजेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में एक फ्लैट से हजारों की संख्या में ‘फर्जी’ मतदाता पहचान पत्र मिलने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं। जहां सुबह कांग्रेस ने जाकर मामले में चुनाव आयोग देकर शिकायत की तो शाम को भाजपा नेताओं ने भी आयोग जाकर शिकायत दर्ज कराई तथा राज राजेश्वरी विधानसभा सीट का चुनाव रद्द कराने की मांग की।
इस मामले पर भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में चुनाव आयोग दफ्तर पहुंचा तथा कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। इस प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी, मुख्तार अब्बार नकवी, जे पी नड्डा, धर्मेंद्र प्रधान और एसएस अहलूवालिया शामिल थे। चुनाव आयोग से मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा कि वोटर आईडी कार्ड मामले में भाजपा ने चुनाव आयोग से राज राजेश्वरी विधानसभा सीट का चुनाव रद्द करने की मांग की है।
मामले में दो लोग गिरफ्तार
वहीं फर्जी वोटर आईडी कार्ड मामले में राज्य चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मामले की जांच जारी है।उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है और हम जल्द से जल्द सच्चाई तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने दावा किया कि कोई भी नया वोटर आईडी कार्ड नहीं बनाया गया है।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया साजिश का आरोप
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और मोतीलाल वोरा की अगुवाई में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की। उन्होंने आयोग से राज राजेश्वरी सीट की चुनाव रद्द करने और कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। मतदाताओं को प्रभावित करने और चुनाव जीतने के लिए भाजपा साजिश कर रही है और धन-बल का इस्तेमाल कर रही है। कर्नाटक में भाजपा की हार तय है। बीती रात भाजपा ने छापा डलवाया था। इसमें चुनाव आयोग या पुलिस शामिल नहीं थी बल्कि ये भाजपा के लोग थे। भाजपा बड़ी मात्रा में धन का इस्तेमाल कर रही है। जहां से वोटर कार्ड मिले हैं वह फ्लैट भी भाजपा के कार्यकर्ता का है और उसे भाजपा के कार्यकर्ता को ही किराए पर दे रखा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों और इनकम टैक्स विभाग को निर्देश दिए जाएं कि चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवारों के यहां प्रायोजित छापे न डलवाएं जाएं।
गौरतलब है कि बेंगलुरु में एक फ्लैट से मंगलवार रात 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं। इसके बाद से ही यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार रात यह बवाल इतना बढ़ा कि राज्य चुनाव आयोग को आधी रात में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी।