प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भाजपा और एनडीए सरकारों ने देश में सुशासन का एक नया मॉडल स्थापित किया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे यह सुनिश्चित करें कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों का फायदा सीधे आम नागरिकों तक पहुंचे।
दिल्ली भाजपा के नए कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य सत्ता नहीं बल्कि सेवा है, और पार्टी कार्यालय इस सोच को जीवंत बनाए रखते हैं।
उन्होंने कहा, “भाजपा-एनडीए सरकारों ने ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र के साथ शासन को नई दिशा दी है। हमने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी और भ्रष्टाचार-मुक्त भारत का विश्वास जगाया।”
मोदी ने कहा कि भाजपा सरकारों ने वितरण प्रणाली को मजबूत किया और लोगों की बचत में बढ़ोतरी पर ध्यान दिया।
कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने याद दिलाया कि 2014 से पहले दो लाख रुपये से अधिक आय पर कर लगता था।
उन्होंने कहा, “आज 12 लाख रुपये तक की आय पर भी टैक्स शून्य है। यही बदलाव जीएसटी में भी देखने को मिला। पहले यदि कोई परिवार एक साल में अपनी जरूरतों पर एक लाख रुपये खर्च करता था, तो करीब 25,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था। जीएसटी लागू होने और सुधारों के बाद यह बोझ घटकर 5,000-6,000 रुपये रह गया है। यानी लगभग 20,000 रुपये की सीधी बचत। आयकर और जीएसटी सुधारों को मिलाकर हर साल नागरिकों को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत हो रही है।”
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों और व्यापारियों को जागरूक करें ताकि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों का लाभ पूरी तरह से जनता तक पहुंचे।
राष्ट्रीय राजधानी को “मिनी इंडिया” बताते हुए प्रधानमंत्री ने दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे भारत के अलग-अलग हिस्सों के त्योहारों को पूरे उत्साह से मनाएं।
स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हर दुकान पर “गर्व से कहो ये स्वदेशी है” का बोर्ड लगना चाहिए। उन्होंने कहा, “विदेशी उत्पादों पर हमारी निर्भरता जितनी घटेगी, देश उतना ही आत्मनिर्भर और सशक्त बनेगा।”
मोदी ने कहा कि दिल्ली से भाजपा का रिश्ता भावनाओं और विश्वास पर आधारित है। उन्होंने याद किया कि जनसंघ की स्थापना 1951 में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में हुई थी और वैद्य गुरुदत्त इसके पहले दिल्ली अध्यक्ष बने थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा अपने 45 वर्षों की यात्रा में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, नानाजी देशमुख, राजमाता विजयाराजे सिंधिया और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं के मार्गदर्शन और परिश्रम से आगे बढ़ी है।
अंत में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह क्षण नए सपनों और नए संकल्पों से भरा है और दिल्ली भाजपा के सभी कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं।