एससी-एसटी कानून को लेकर भाजपा सांसद और दलित नेता उदित राज ने मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। सीएम ने कहा है इस कानून में तुरंत गिरफ्तारी नहीं होगी। भाजपा सांसद का कहना है कि इस कानून में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक के बाद मोदी सरकार ने इसमें बदलाव किया है। शिवराज सिंह को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए थी। इस तरह के बयान से दलितों की नाराजगी बढ़ सकती है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट किया था कि मध्य प्रदेश में एससी-एसटी कानून में बिना जांच के गिरफ्तारी नहीं की जाएगी। मध्यप्रदेश में इस कानून का दुरुपयोग नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी वर्गों के हितों की सुरक्षित की जाएगी। ताकि यहां कोई मतभेद ना हो और कानून का दुरुप्रयोग भी ना हो।
सोच समझकर देना चाहिए बयान
इस बयान पर नाराजगी जाते हुए भाजपा सांसद ने कहा है कि सीएम को इस तरह के बयान देने से पहले सोचना चाहिए कि केंद्रीय नेतृत्व ने सोच समझकर ही कानून में बदलाव किया होगा। इस तरह के बयान देने से दलितों की नाराजगी बढ़ सकती है। भविष्य में उन्हें इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए जिसका राज्य का कोई ताल्लुक न हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हमारी सरकार कानून मजबूत करती है और हमारे चीफ मिनिस्टर डाइल्यूट करते हैं। इससे मैं बड़ी बेचैनी महसूस कर रहा हूं।
दुरुयोग की बात गलत
सांसद का कहना है कि कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है कि इसका दुरुपयोग होगा। यह कानून बहुत पहले का है। क्या दहेज, एनएसए, मकोका जैसे कानूनों का दुरुपयोग नहीं हो रहा है। कानून में साफ है कि अगर कोई दुर्भावना से गलत मुकदमा दर्ज कराएगा तो साबित होने पर उसके खिलाफ उल्टा मुकदमा हो जाएगा। इस कानून के बारे में गलत धारणा पैदा नहीं करनी चाहिए।