भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों ने शुक्रवार को कहा कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा एक ‘साजिश’ प्रतीत होती है और इसके लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। पार्टी के एक सांसद ने तो दंगाइयों को ‘देखते ही गोली मारने’ का आदेश जारी करने की मांग की।
पहाड़ी राज्य में हुई हिंसा के बारे में पूछे जाने पर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा, ‘‘हल्द्वानी की घटना एक साजिश है। बम, देशी पिस्तौल और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया गया और सरकारी अधिकारियों और पुलिस पर हमला किया गया। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश होना चाहिए... उनके साथ नरमी बरतने की कोई जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को हर घर की तलाशी लेनी चाहिए और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
राज्यसभा सांसद बृजलाल ने मदरसे को ढहाए जाने को उचित कदम बताया। उन्होंने कहा, ‘‘अतिक्रमण हटाना सही है। पहाड़ों पर भी उन्होंने मजार (मजार) बनाए हैं...।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उनके जिन नेताओं ने इसकी योजना बनाई उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में डाल दिया जाना चाहिए और उत्तराखंड सरकार निश्चित रूप से ऐसा करेगी। एक साजिश है। यह अपने आप नहीं हुआ होगा। उन्होंने गोली न चलाने के लिए उत्तराखंड पुलिस की सराहना की।’’
भाजपा सांसद अशोक बाजपेयी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और संभावित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, यह साजिश लगती है क्योंकि अतिक्रमण उच्चतम न्यायालय के आदेश के आधार पर हटाया गया था। बड़े पैमाने पर पथराव, पेट्रोल बम और गोलियां चलाई गई। पुलिसकर्मियों को चोट लगी है, सख्त कार्रवाई की जरूरत है।’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी दल अराजक तत्वों को पनाह दे रहे हैं।
भाजपा के दिनेश शर्मा ने कहा, ‘‘कुछ अराजकतावादी तत्व हैं, और कुछ राजनीतिक लोग हैं जो उन्हें संरक्षण देते हैं। वे शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी यहां केंद्र में हैं और जहां भी भाजपा सरकार है और जो लोग दंगा करते हैं या दंगा भड़काते हैं...उनकी पीढ़ियां कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेने के परिणाम को याद रखेंगी।’’
इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने हिंसा के लिए भाजपा द्वारा किए गए ध्रुवीकरण को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘जब इरादा सिर्फ ध्रुवीकरण होता है तो यही होता है... कर्फ्यू लगाया जाता है। मणिपुर की घटनाओं को देखिए। हर राज्य में भाजपा ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है जहां उसे ध्रुवीकरण का फायदा मिलेगा। उनका आजमाया हुआ मॉडल वोटों के लिए लोगों का ध्रुवीकरण करना है।’’
चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि गृह मंत्री संज्ञान लेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर पुलिस पर हमला किया गया है तो यह शर्मनाक है, यह दिखाता है कि भाजपा शासित राज्यों में कितनी गुंडागर्दी चल रही है।’’