पार्टी का यह तर्क भी है कि लोकसभा चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनावों के परिणाम देखे तो देश कांग्रेसमुक्त भारत की ओर बढ़ रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कांग्रेस द्वारा पैदा किए गए विश्वसनीयता के संकट का प्रभावी ढंग से निवारण किया है।
पार्टी का कहना है कि गरीब लोगों को सशक्त बनाने में भाजपा विश्वास करती है। जबकि कांग्रेस अपने शासन में गरीबी को सशक्त बना रही थी। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित पार्टी के राजनीति प्रस्ताव पर मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, कांग्रेस मुक्त भारत के अभियान का संदेश एक तरह से चरणों में स्पष्ट रूप से मूर्त रूप ले रहा है। विश्वसनीयता के संकट को प्रभावी रूप से खत्म किया जा रहा है और लोग भाजपा की ओर उम्मीद के साथ देख रहे हैं।
उन्होंने संप्रग शासन का हवाला देते हुए कहा, कांग्रेस मुक्त सिर्फ एक चुनावी गणना नहीं है बल्कि एक एेसा रूख है जो देश में दुर्भाग्यपूर्ण दौर के समय प्रभावी रूप में आया। पिछले साल के लोकसभा चुनाव में मोदी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर जोरशोर से कांग्रेस मुक्त भारत नारे को आगे बढ़ाया। चुनाव में भाजपा को एेतिहासिक जीत मिली। इसके बाद कई विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की, हालांकि इस साल फरवरी में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा हार गई। उन्होंने कहा, उम्मीद है कि हम जल्द ही उस भारत की ओर बढ़ रहे हैं जहां ये बुराइयां नहीं होंगी।