ईडी की बढ़ती सक्रियता पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र पर हमला किया है। रांची के जमीन घोटाला मामले में ईडी द्वारा पांच बार समन भेजे जाने से खुद आहत हैं। समन को लेकर हाई कोर्ट में चुनौती दे रखी है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक हित के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह देश दुनिया देख रही है।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि सिर्फ संजय सिंह नहीं और भी लोग उनके निशाने पर हैं, लाइन में हैं।और विपक्ष के कुछ नेता तो केंद्रीय एजेंसियों के प्रवक्ता बन गये हैं। हेमंत सोरेन ने कहा कि वे आदिवासी हैं इसलिए उन्हें घेरने की कोशिश चल रही है, अवैध धनार्जन के आरोप लगाये जा रहे हैं। जिस आदिवासी जमीन की आसानी से न खरीद होती है न बिक्री न बैंक कर्ज देने में मदद करता है, ऐसी संपत्ति को लेकर कोई क्या करेगा। लोकतंत्र में पांच साल में एक बार जनता को अपनी ताकत दिखाना का मौका मिलता है, यह समय भी जल्द आने वाला है।
विपक्ष के लोग अपनी बौदि्धक क्षमता को उपयोग कमजोर वर्ग के लोगों को रोकने के लिए कर रहे हैं। जातीय जनगणना के मसले पर कहा कि हमलोगों ने दो साल पहले ही इस दिशा में पहल की है। किसको कितना आरक्षण मिलना चाहिए यह भी विधानसभा से पारित कराकर राज्यपाल को भेज रखा है। शुक्रवार को गृह मंत्री के साथ दिल्ली में होने वाली बैठक की चर्चा करते हुए कहा कि मौका मिला तो उस बैठक में भी सरना धर्म कोड को मंजूरी का मामला उठायेंगे।