पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी वैक्सीन को लेकर बात हुई है। हमें जनसंख्या के हिसाब से वैक्सीन मिलनी चाहिए। पीएम ने इस पर आश्वासन दिया है कि वह इस मुद्दे को देखेंगे। इसके अलावा बंगाल का नाम बदलने के मुद्दे पर भी बात हुई है। उन्होंने मांग की कि पेगासस मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।
ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव बाद परंपरा के तहत पीएम से मिलना होता है। उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से बाकी राज्यों के मुकाबले बंगाल को कम वैक्सीन मिली है। तीसरी लहर से पहले सबको टीका जरूरी है। कल मुझे चाय पर बुलाया है। उनसे मिलने कल सुबह जाऊंगी।
बंगाल का मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद दिल्ली में ममता बनर्जी की पीएम मोदी से ये पहली मुलाकात है। सीएम पद संभालने के बाद वो पहली बार दिल्ली आई हैं। उन्होंने पीएम से करीब 40 मिनट मुलाकात की। पहले ममता बनर्जी से कांग्रेस नेताओं ने मुलाकात की। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ और कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा ने भी ममता बनर्जी से मुलाकात की।
सूत्रों की मानें तो ममता बनर्जी संसद भी जा सकती है।जहां मानसून सत्र चल रहा है। बुधवार को वो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात कर सकती हैं। संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली दौरे पर पहुंचीं ममता बनर्जी अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं।
इससे पहले 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यास तूफान से प्रभावित ओडिशा और पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए थे। ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ बैठक के बाद उन्होंने बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के कलाईकुंडा में दोपहर 2 बजे रिव्यू मीटिंग रखी थी। इसमें राज्यपाल जगदीप धनखड़ तो आए थे, लेकिन सीएम ममता बनर्जी की कुर्सी खाली रही थी। मोदी करीब 30 मिनट तक उनका इंतजार करते रहे थे। इसके बाद ममता आईं और तूफान से हुए नुकसान की प्राइमरी रिपोर्ट सौंपकर मीटिंग में शामिल हुए बिना निकल गईं।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    