कर्नाटक उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद सिद्धारमैया ने विधायक दल और विपक्ष के नेता पद से तो दिनेश गुंडू राव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। 15 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें मिली हैं।
सीएलपी नेता सिद्धारमैया ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे लोकतंत्र का सम्मान करने की जरूरत है। वहीं, दिनेश गुंडू राव ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि मैं अपना इस्तीफा सोनिया गांधी और महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेजूंगा। मैंने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालने के बाद से कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया है।
पहले 12 सीटों पर था कांग्रेस का कब्जा
उपचुनाव में भाजपा ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस सिर्फ दो सीटें जीत पाई है। एक सीट निर्दलीय को मिली है। जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) का खाता नहीं खुला। इस परिणाम के साथ ही येदियुरप्पा सरकार को विधानसभा में पूर्ण बहुमत मिल गया है। पिछले चुनाव में इनमें से 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था।
यूं हुए थे उपचुनाव
अथानी, कागवाड, गोकक, येल्लापुरा, हीरकपुर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबल्लापुरा, के.आर. पुरा, यश्वंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजी नगर, होसकोट, केआर पेटे और हनसुर में उप चुनाव हुए थे। यह उपचुनाव 17 विधायकों को अयोग्य करार देने से पैदा हुई रिक्तियों को भरने के लिए हुए थे। इन विधायकों में कांग्रेस और जेडीएस के बागी नेता शामिल थे। इन विधायकों की बगावत की वजह से इस साल जुलाई में एचडी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई थी। भाजपा और विपक्षी कांग्रेस सभी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ थे। भाजपा ने चुनाव मैदान में कांग्रेस और जेडीएस छोड़कर आए क्रमश: 11 और तीन विधायकों को उतारा है। इन लोगों ने 14 नवंबर को सत्तारूढ़ पार्टी का दामन थामा था।