छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलने की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद भूपेश बघेल ने कहा, 'मैंने राहुल जी को बतौर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ आमंत्रित किया है। वह राज्य में अब तक हुए विकास कार्यों को देखेंगे।' ढाई ढाई साल सीएम बदलने की बात पर बघेल ने कहा कि राज्य प्रभारी पी एल पूनिया इस बारे में पहले ही साफ कर चुके हैं। इस बारे में आगे कहने की कुछ जरूरत नहीं है।
बघेल ने कहा कि मैंने अपने नेता से राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ राज्य के प्रशासनिक मामलों पर भी चर्चा की है। फिर मैंने राहुल गांधी से छत्तीसगढ़ आने का अनुरोध किया। उन्होंने सहर्ष निमंत्रण स्वीकार कर लिया, वह अगले हफ्ते छत्तीसगढ़ आएंगे।
सीएम मुख्यमंत्री बघेल आज दोपहर बाद राहुल के आधिकारिक निवास 12 तुगलक लेन गए। प्रियंका गांधी वाड्रा भी वहां पहुंचीं थीं। दोनों नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई। माना जा रहा है कि टीएस सिंहदेव भी अब राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
इससे पहले सीएम भूपेश बघेल के गुट के मंत्री और 53 विधायक पहले ही दिल्ली पहुंच चुके थे। बघेल गुट के कई विधायकों ने दिल्ली में डेरा डाल दिया। करीब दर्जनभर से ज्यादा विधायकों ने गुरुवार की देर रात कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात की। बघेल समर्थक विधायक पुनिया से मुलाकात का समय लिए बगैर सीधे उनके घर पहुंच गए थे।
समर्थक विधायकों ने बघेल के बदले जाने का विरोध किया।. बघेल गुट के विधायक सूबे की सरकार में नेतृत्व परिवर्तनके खिलाफ हैं। बघेल गुट का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले सीएम को कुर्सी से हटाना पार्टी को भारी पड़ सकता है। साथ ही बहुमत का दावा किया।
बघेल गुट ने राजस्थान और पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा है कि अगर सरकार में नेतृत्व परिवर्तन होता है तब छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी इन राज्यों की तरह बिखराव हो सकता है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री टीएस सिंसिंहदेव के समर्थक सरकार बनने के बाद से ही ये कहते रहे हैं कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पर सहमति बनी है लेकिन सीएम भूपेश बघेल इससे इनकार करते रह हैं.।अब सिंहदेव के समर्थकों ने इसके लिए मोर्चा खोल दिया है। टीएस सिंहदेव ने भी पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी।