लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा देने पर अड़ गए हैं तो वहीं पार्टी के नेता उन्हें मनाने के लिए पहुंच रहे हैं। मंगलवार को राहुल के आवास पर मिलने वालों का तांता लगा है, प्रियंका गांधी, अहमद पटेल, सचिन पायलट और अशोक गहलोत समेत कई बड़े नेता उनसे मिलने पहुंचे हैं। वहीं खबर है कि राहुल गांधी ने अपने घर पर शाम 4.30 बजे पार्टी की बैठक बुलाई है। आम चुनाव में सिर्फ 52 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस पार्टी में इस्तीफों का दौर जारी है, कई प्रदेश अध्यक्ष अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री पायलट ने गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की उसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने मुलाकात की है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चर्चा के दौरान मौजूद हैं । पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी तुगलक लेन स्थित उनके घर पर पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात की। हालांकि बैठक में क्या बातचीत हो रही है इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
शनिवार के बाद से सभी वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह पार्टी अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के अपने फैसले पर अड़े दिख रहे हैं। सोमवार को उन्होंने कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता केसी वेनुगोपाल और अहमद पटेल से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान राहुल गांधी ने उनसे कहा कि आप मेरा विकल्प ढूंढ़ लीजिए, क्योंकि मैं इस्तीफा वापस नहीं लूंगा।
कांग्रेस कार्यसमिति को की थी इस्तीफे की पेशकश
गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दौरान अपना इस्तीफा पहले ही दे दिया था, लेकिन इसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया था। सीडब्ल्यूसी, जो पार्टी का शीर्ष निर्णय लेने वाला निकाय है, ने पार्टी में संरचनात्मक परिवर्तन करने के लिए राहुल गांधी को अधिकृत किया है।
कार्यकारिणी बैठक में नेताओं पर राहुल ने निशाना साधा था
कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में राहुल गांधी चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेताओं के ढीलेपन को लेकर उन पर निशाना साधा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी से आगे अपने बेटों को रखा और उन्हें टिकट दिलाने के लिए दबाव बनाया। हालांकि, राहुल गांधी ने किसी का नाम नहीं किया, लेकिन कई वरिष्ठ नेताओं के बेटे और बेटियों को हार का सामना करना पड़ा। इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष मोहन देव की बेटी सुष्मिता देव शामिल हैं।
जब राहुल गांधी ने बैठक में इस्तीफे की पेशकश की तो पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि अगर वह इस्तीफा देते हैं दक्षिण से कांग्रेस कार्यकर्ता सुसाइड कर सकते हैं।
हार के बाद पार्टी में उथल-पुथल
भारी चुनावी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस को आंतरिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ा है। पार्टी एक गंभीर अस्तित्व के संकट से जूझ रही है, कर्नाटक और राजस्थान दोनों राज्यों में इनकी सरकारें इस कगार पर हैं कि बीजेपी दोनों राज्यों में सत्ता हासिल करने की कोशिश कर सकती है।