कांग्रेस की रैली पर तंज कसते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि यह ‘जना क्रोश’ नहीं ‘परिवार आक्रोश’ रैली थी जो उनकी बढ़ती अप्रासंगिकता का परिचय देती है। यह एक वंश और उनके दरबारियों की चुनावी हार का मातम था जिसे तथा एक के बाद एक कर राज्यों से बेदखल किया जा रहा है।
A dynasty and their courtiers, who were sent out of state after state by 'Jan Aadesh' now pretend to represent 'Jan Akrosh.’ Today’s Congress rally is nothing but a ‘Parivar Akrosh Rally’ which highlights their increasing irrelevance.
— Amit Shah (@AmitShah) April 29, 2018
शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश के संस्थानों को अस्थिर करने के प्रयासों पर माफी मांगेंगे। उन्होंने सत्ता की अपनी भूख के लिए यह किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की इस नकारात्मक और मुद्दों से भटकाने की राजनीति से देश थक चुका है।
शाह ने कहा कि आज परिवार की इस आक्रोश रैली में लोग भारत के प्रति नफरत देखेंगे। असल में कांग्रेस यह हजम नहीं कर पा रही है कि 125 करोड़ भारतीयों ने उनकी विकास विरोधी और विभाजनकारी राजनीति को खारिज कर दिया है। कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया है ।
During today’s ‘Parivar Akrosh Rally’ you will see abject India-hatred on display. After all, the Congress cannot digest that 125 crore Indians have seen through their anti-development and highly divisive politics. Congress’ efforts to create divisions are fully exposed!
— Amit Shah (@AmitShah) April 29, 2018
उल्लेखलीय है कि कांग्रेस ने मोदी सरकार पर विभिन्न मोर्चों पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय राजधानी में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया है।
शाह ने कांग्रेस की लगातार चुनावी हार का उल्लेख कर चुटकी लेते हुए कहा कि यदि कांग्रेस जन आक्रोश देखना चाहती है तो उसे अपनी लगातार हो रही हार के संदर्भ में देखना चाहिए। जनता कांग्रेस के झूठ, खोखले वादों, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता को खारिज कर रही है।
संसद की कार्यवाही बाधित होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए शाह ने कहा कि यदि कांग्रेस जन आक्रोश के बारे में जानना चाहती है तो उसे यह बताना चाहिए कि उसने संसद क्यों नहीं चलने दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि ओबीसी आयोग के मुद्दे पर वह बाधा क्यों डाल रही है, जिससे पिछड़े वर्ग के लोगों को न्याय मिल सकता है ।