कोरोना वायरस के चलते सरकार की ओर से किए गए लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है और लाखों दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। मजदूरों के पलायन का सिलसिला बना हुआ है फिर उन्हें चाहे जो साधन मिल रहा है। इस दौरान पुलिस ने कई जगहों पर मजदूरों के साथ बदसलूकी भी की है। इसे लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
शुक्रवार को कांग्रेस ने कहा है कि यह साफ होता जा रहा है कि भाजपा सरकार ने अन्य सरकारी विभागों को इस योजना के बारे में बताए बिना एक और राष्ट्रव्यापी कवायद शुरू की है। भाजपा ने एक बार फिर बिना सोचे-समझे काम करने का फैसला किया और इससे देश उथल-पुथल में है।
किसानों के बारे में नहीं सोचा
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट में किसानों की समस्या उठाते हुए कहा था कि किसानों की फसलें खेतों में तैयार खड़ी है। सरकार ने फसल की कटाई, बिक्री और किसानों को उचित मूल्य के बारे में कुछ भी नहीं सोचा। जबकि दो-तिहाई आबादी खेती पर ही निर्भर है। कांग्रेस ने कहा है कि इस संकट से किसानों को बचाने के लिए कर्जमाफी एकमात्र रास्ता है। किसानों से कर्जों की रिकवरी तुरंत बंद करनी चाहिए और उन्हें फसलों का उचित मूल्य दिलाने का पुख्ता इंतजाम करना चाहिए।
देश में अब तक 724 मामले
कांग्रेस प्रवक्ता ने मास्क और वेंटीलेटर का निर्यात मूल कीमत से दस गुने मूल्य पर किए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना भी की थी। साथ ही आरोप लगाया कि इनका निर्यात 19 मार्च तक करने की अनुमति दी गई और इसे इसे आपराधिक साजिश करार दिया। बता दें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 17 तक पहुंच गई है। वहीं, 80 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के मामले बढ़ कर 724 हो गए हैं। हालांकि, मंत्रालय ने यह भी कहा कि पॉजीटिव मामलों की संख्या की वृद्धि दर भारत में ‘‘तुलनात्मक रूप से स्थिर’’ है।