पत्रकार से राजनेता बनी सुप्रिया श्रीनेत को कांग्रेस ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का प्रवक्ता नियुक्त किया है। कांग्रेस ने बीते लोकसभा चुनाव में सुप्रिया श्रीनेत को महाराजगंज सीट से चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन वह भाजपा के पंकज चौधरी से हार गई थीं। कांग्रेस ने महाराजगंज सीट से पहले अमरमणि त्रिपाठी की बेटी तनुश्री त्रिपाठी को टिकट दिया था लेकिन बाद में सुप्रिया श्रीनेत को चुनाव मैदान में उतार दिया था।
सुप्रिया चैनलों में विभिन्न पदों पर 10 साल से ज्याद वक्त तक काम कर चुकी हैं
कांग्रेस में शामिल होने से पहले सुप्रिया एक एक अंग्रेजी टीवी चैनल में संपादक के पद पर कार्यरत थीं। टेलीविजन पत्रकारिता का चर्चित चेहरा रहीं सुप्रिया चैनलों में विभिन्न पदों पर 10 साल से ज्याद वक्त तक काम कर चुकी हैं। वह टाइम्स टेलीविजन नेटवर्क के बिजनेस चैनल ईटी नाउ में कार्यकारी संपादक थीं। ईटी नाउ से पहले वह एनडीटीवी में असिस्टेंट एडिटर थीं। लेडी श्रीराम कॉलेज की पूर्व छात्रा रहीं सुप्रिया श्रीनेत ने इतिहास में मास्टर्स डिग्री हासिल की है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट से की है। वह लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान, इतिहास और अर्थशास्त्र में स्नातक हैं।
पूर्व सांसद हर्षवर्धन की बेटी हैं सुप्रिया सिंह श्रीनेत
सुप्रिया महाराजगंज के कद्दावर नेता एंव पूर्व सांसद हर्षवर्धन की बेटी हैं। उनके पिता हर्षवर्धन ने साल 2014 में महाराजगंज सीट से भाजपा नेता पंकज चौधरी को हराया था। हर्षवर्धन वर्ष 1985 में पहली बार जनता पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। साल 2016 में उनका देहांत हो गया था। सुप्रिया एक प्रखर वक्ता हैं और चुनाव के दौरान से ही वह यूपी की भाजपा सरकार के खिलाफ मुखर रही हैं।
जानें सुप्रिया सिंह के बारे में
सुप्रिया सिंह श्रीनेत का जन्म फरवरी 1977 में हुआ है। उनकी स्कूली शिक्षा लॉरेटो कॉन्वेंट लखनऊ से हुई है। उन्होंने स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की है। राजनीति विज्ञान में एमए करने के बाद उन्होंने एक टीवी चैनल से अपने करियर की शुरुआत की।
श्रीनेत की ये है पारिवारिक पृष्ठभूमि
सुप्रिया सिंह श्रीनेत के पारिवारिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो पिता की मजबूत राजनैतिक विरासत है। उनके पिता हर्षवर्धन वर्ष 1889 और वर्ष 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे। वर्ष 1885 से 89 तक फरेंदा से विधायक भी रहे। चार अक्तूबर 2016 को उनका निधन हो गया।