कांग्रेस ने रविवार को चुनाव आयोग द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की निगरानी के लिए नेताओं और विशेषज्ञों के सशक्त कार्रवाई समूह (ईगल) नामक आठ सदस्यीय समिति गठित की। इस पैनल में कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, अभिषेक सिंघवी, प्रवीण चक्रवर्ती और पवन खेड़ा शामिल हैं। इसके अलावा, गुरदीप सिंह सप्पल, नितिन राउत और चल्ला वामशी चंद रेड्डी भी पैनल का हिस्सा हैं।
पार्टी ने एक बयान में कहा कि समिति सबसे पहले महाराष्ट्र मतदाता सूची में हेराफेरी के मुद्दे पर विचार करेगी और जल्द से जल्द नेतृत्व को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। बयान में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव आयोग द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की निगरानी के लिए तत्काल प्रभाव से नेताओं और विशेषज्ञों के सशक्त कार्रवाई समूह (ईगल) का गठन किया है।
महाराष्ट्र के अलावा, 'ईगल' अन्य राज्यों में पिछले चुनावों का भी विश्लेषण करेगा और आगामी चुनावों तथा देश में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने से संबंधित अन्य सभी मुद्दों पर सक्रिय रूप से निगरानी रखेगा। गौरतलब है कि पैनल का गठन दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले हुआ है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि देश की चुनाव प्रणाली में 'गंभीर समस्या' है और चुनाव आयोग को चुनावों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की जरूरत है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 'कुछ गड़बड़' होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि कांग्रेस और विपक्ष महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों की मतदाता सूची मांग रहे हैं, जिसे चुनाव आयोग देने से इनकार कर रहा है। उन्होंने मांग की थी कि चुनाव आयोग इस मुद्दे पर सफाई दे।
15 जनवरी को नए पार्टी मुख्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच करीब एक करोड़ मतदाताओं की संख्या बढ़ी है, लेकिन चुनाव आयोग न तो विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे रहा है और न ही मतदाताओं की सूची दे रहा है।