कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस सरकार बनाने की तैयारियों में लगे हुए हैं। बुधवार को कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन तमाम अटकलें कैबिनेट को लेकर लगाई जा रही हैं। उनके साथ कितने मंत्री शपथ लेंगे.. कैबिनेट कितना बड़ा होगा, इसे लेकर दोनों पार्टियों का हाईकमान भी चिंतित है।
कैबिनेट संबंधी इन सवालों का जवाब आज मिल सकता है। क्योंकि कांग्रेस-जेडीएस विधायकों और नेताओं की बेंगलूरू में बैठक होने जा रही है। इसके बाद कुमारस्वामी कैबिनेट पर सस्पेंस समाप्त हो सकता है।
दोनों पार्टियों के संयुक्त विधायक दल की बैठक में मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा की जाएगी। साथ ही डिप्टी सीएम और विधानसभा स्पीकर को लेकर भी विमर्श किया जाएगा।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जब इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “हमारा पहला उद्देश्य स्पीकर का चुनाव है, अगला विश्वासमत साबित करना। इन दोनों चीजों को हल करने के बाद ही अन्य बातों पर चर्चा की जाएगी।”
हालांकि, खबरें ये हैं कि डिप्टी सीएम को लेकर सबसे बड़ा विवाद बना हुआ है। माना जा रहा था कि जेडीएस के खाते में मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पाले में डिप्टी सीएम का पद जाएगा। लेकिन इस बीच लिंगायत समुदाय से आने वाले विधायक को डिप्टी सीएम का पद देने की मांग भी की जा रही है। कांग्रेस के जी परमेश्वरा डिप्टी सीएम की दौड़ में आगे दिखाई दे रहे हैं।