17वीं लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपना इस्तीफा देने को लेकर अड़े हुए हैं। इस बीच शुक्रवार को कांग्रेस के कई दिग्गज नेता उनके घर मिलने पहुंचे हैं। वहीं, कहा जा रहा है, राहुल गांधी मध्य प्रदेश और राजस्थान में लोकसभा चुनाव में हार से काफी नाराज हैं। उनकी नाराजगी बीते दिन हरियाणा में एक बैठक के दौरान देखने को भी मिली।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिल्ली स्थित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर शुक्रवार को पार्टी नेता पीसी चाको, शीला दीक्षित, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, जेपी अग्रवाल, महाबल मिश्रा और अरविंदर लवली उनसे मिलने पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाने में जुटी हुई है।
राहुल गांधी ने पार्टी की हरियाणा इकाई के नेताओं के साथ की बैठक
इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी ने पार्टी की हरियाणा इकाई के नेताओं के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने लोकसभा में हार के बाद अपने इस्तीफे को लेकर कहा था कि ऐसा उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय पर जवाबदेही तय करने के लिए किया और इससे पीछे हटने का कोई सवाल नहीं उठता।
‘जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए इस्तीफा दिया है’
राहुल गांधी ने कहा था कि मैंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए इस्तीफा दिया है। मैं दूसरों को इस्तीफा देन के लिए नहीं कह सकता। यह उन पर है कि वे अपनी जिम्मेदारी लेना चाहते हैं कि नहीं। राहुल गांधी का साफ-साफ इशारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर था।
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने नेताओं को स्पष्ट तौर पर कहा कि इस बारे में वे आपस में ही चर्चा करें, जिससे राज्य की इकाई विचित्र स्थिति में फंस गई। बहरहाल बैठक में आम चुनाव में खराब प्रदर्शन की वजहों और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई।
इस्तीफा देने पर अड़े हैं राहुल गांधी
17वीं लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हैं। इससे पहले भी कांग्रेस की बैठकों में वह इस्तीफे की बात कर चुके हैं। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी राहुल ने पद छोड़ने की बात की थी, जिसे कार्यसमिति ने सिरे से खारिज कर दिया था। इस बैठक में भी राहुल अपनी बात पर अड़े थे, बाद में कांग्रेस के नेताओं ने राहुल से कहा कि आपका विकल्प नहीं है।
'ऐसे मुश्किल वक्त में पार्टी को उनके मार्गदर्शन की जरूरत है'
कार्यसमिति के सदस्यों ने राहुल गांधी से कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में पार्टी को उनके मार्गदर्शन की जरूरत है, लिहाजा वह पार्टी अध्यक्ष के पद पर बने रहें। इस बैठक में राहुल ने कहा कि उनकी जगह प्रियंका गांधी का नाम भी प्रस्तावित न किया जाए। साथ ही, किसी गैर कांग्रेसी को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए लेकिन कार्यसमिति ने राहुल की बात नहीं मानी। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, राहुल गांधी को अब यह अधिकार दिया गया कि वह पार्टी में अपने मुताबिक जैसे चाहे संगठनात्मक बदलाव कर सकते हैं।
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत हासिल की। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत सभी 51 सांसद मौजूद रहे।