मोदी सरकार आज वस्तु एवं सेवाकर यानी जीएसटी लागू होने के एक साल पूरे होने पर जोरशोर से जश्न मना रही है। इसे लेकर सरकार उपलब्धि बताने में जुटी है। वहीं विपक्ष की ओर से इसे 'डरावना साल' बताया जा रहा है। कांग्रेस ने जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है।
कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर ‘जीएसटी का एक डरावना वर्ष’ लिखा है। साथ ही इस पर कई सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने लिखा है कि जीएसटी को लेकर जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे, वो एक साल के भीतर धराशायी हो गए। टैक्स दरों की उलझनों से लेकर कर चोरी तक जीएसटी व्यापारी वर्ग के लिए बुरा सपना साबित हुई है। जीएसटी की उलझनों ने जनता की थाली का स्वाद तो बिगाड़ा ही, व्यवसाय के लिए भी मुश्किलें पैदा की है। बावजूद इसके, मोदी सरकार अपनी विफलता स्वीकारने के बजाय जिद पर अड़ी हुई है।
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार ने पर्याप्त बुनियादी ढांचे, पर्याप्त आईटी टूल्स और प्रशिक्षण के बिना, स्पष्ट विचार और उचित योजना के बगैर जीएसटी लागू किया जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। जनता अभी भी यह जानने के लिए संघर्ष कर रही है कि इसे कैसे प्रबंधित करें। यह किसी को फेंकने की तरह है, जो गहरे समुद्र में तैरना नहीं जानता है। गहलोत ने जीएसटी को पूरी तरह नाकाम बताया है।
गौरतलब है कि मोदी सरकार पूरे देश में जीएसटी लागू होने के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में 'जीएसटी डे' मना रही है। इस दौरान वरिष्ठ नेता लोगों को संबोधित कर अपनी उपलब्धियों को गिनाएंगे। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनता को संबोधित करने वाले हैं।