कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में जारी नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर बहस में भाग लिया। अपने संबोधन में कांग्रेस सांसद ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक को लागू करने के लिए जनगणना और परिसीमन की आवश्यकता नहीं है और इसे संसद द्वारा पारित होने के तुरंत बाद लागू होना चाहिए।
लोकसभा में विधेयक पर बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इसमें ओबीसी आरक्षण का भी प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरे विचार में एक बात है जो इस विधेयक को अधूरा बनाती है। मैं चाहता हूं कि इस विधेयक में ओबीसी आरक्षण को भी शामिल किया जाए।"
राहुल गांधी ने बिल का समर्थन करते हुए पार्टी की ओर से जाति जनगणना की मांग भी उठाई। उन्होंने कहा कि इसके (जाति जनगणना) जरिए ही दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों की आबादी का पता चल सकेगा।
विधेयक के प्रावधानों को लेकर विपक्षी दलों द्वारा उठाई गई चिंताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस कानून को बिना देरी के लागू किया जा सकता है। कांग्रेस नेता ने कहा, ''परिसीमन और जनगणना की जरूरत नहीं है, बिल तुरंत लागू किया जाना चाहिए।''
दिन की शुरुआत में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लोकसभा में पारित करने के लिए पेश किया था। संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया, जो नए संसद भवन में सदन की पहली बैठक थी।