मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जोरशोर से तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस बीच कांग्रेस ने उम्मीदवारों की छठी और आखिरी सूची जारी कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव को मैदान में उतारा है।
इससे पहले सिहोर जिले की बुधनी सीट से शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। अब कांग्रेस की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का नाम सामने आने पर रणनीति साफ हो गई है कि पार्टी शिवराज के खिलाफ बड़ा ओबीसी चेहरा उतार कर उन्हें घर में घेरना चाहती है।
वहीं, इंदौर-5 सीट से कांग्रेस ने सत्यनारायण पटेल को टिकट दिया है, पटेल 2014 के आम चुनावों में कांग्रेस पार्टी की ओर से इंदौर सीट से लोकसभा के प्रत्याशी थे। बता दें कि इंदौर-5 सीट से व्यापमं व्हिसल ब्लोअर आनंद राय कांग्रेस से टिकट की आस लगाए थे लेकिन अंतिम समय में पार्टी ने पटेल को टिकट दे दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, टिकट कटने पर आनंद राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राहुल गांधी के आश्वासन के बावजूद मुझे चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिला। मेरी वजह से ही व्यापमं घोटाले के आरोपी संजीव सक्सेना को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया।"
गौरतलब है कि गुरुवार को कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की थी जिसमें 16 नाम शामिल थे। इस सूची में भाजपा से बगावत करने वाले सरताज सिंह को होशंगाबाद से टिकट दिया गया है। सरताज सिंह विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा के खिलाफ मैदान में होंगे। कांग्रेस ने एक और सीट देवसर से अपना प्रत्याशी बदला है। देवसर से अब रामभजन की जगह वंशमणि वर्मा को टिकट दिया गया है।
राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को मतदान है। 11 दिसंबर को नतीजों का ऐलान होगा।