कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले आज यानी सोमवार को पार्टी के लिए 'डोनेट फॉर देश' क्राउडफंडिंग अभियान शुरू किया। इसका उद्देश्य "समान संसाधन वितरण और अवसरों से समृद्ध भारत बनाने के लिए पार्टी को सशक्त बनाना" है।
लॉन्च के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता अजय माकन, महासचिव केसी वेणुगोपाल और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी उपस्थित रहे।
लॉन्च पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''यह पहली बार है कि कांग्रेस लोगों से देश के लिए चंदा मांग रही है। अगर आप सिर्फ अमीर लोगों पर निर्भर होकर काम करते हैं, तो आप उनकी नीतियों पर चलना होगा। महात्मा गांधी ने भी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जनता से चंदा लिया था।''
#WATCH | On the launch of 'Donate for Desh' crowdfunding campaign, Congress President Mallikarjun Kharge says, "It's the first time that Congress is asking people for donations for the nation....If you work only by depending on the rich people, then you have to follow their… pic.twitter.com/YgLZUs5HL9
— ANI (@ANI) December 18, 2023
इससे पहले शनिवार को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने घोषणा के दौरान कहा था, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अपने ऑनलाइन क्राउडफंडिंग अभियान, 'डोनेट फॉर देश' के लॉन्च की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। यह पहल 1920-21 में महात्मा गांधी के ऐतिहासिक तिलक स्वराज फंड से प्रेरित है और इसका उद्देश्य समृद्ध समान संसाधन वितरण भारत बनाने में हमारी पार्टी को सशक्त बनाना है।"
उन्होंने बताया कि क्राउड-सोर्सिंग अभियान 28 दिसंबर तक ऑनलाइन प्रचलन में रहेगा, इस दौरान पार्टी जमीन पर भी अभियान चलाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा, "हम सभी पीसीसी प्रमुखों से प्रेस कॉन्फ्रेंस और सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का आह्वान करते हैं। अभियान मुख्य रूप से 28 दिसंबर, स्थापना दिवस तक ऑनलाइन होगा, जिसके बाद हम जमीनी अभियान शुरू करेंगे, जिसमें स्वयंसेवकों द्वारा घर-घर जाकर लक्ष्य बनाना शामिल है। प्रत्येक बूथ में कम से कम दस घर, प्रत्येक घर से कम से कम 138 रुपये का योगदान लक्ष्य है।"
उन्होंने कहा, "अभियान की प्रभावशीलता के लिए, सभी पीसीसी अध्यक्षों को पार्टी के शुभचिंतकों और पदाधिकारियों के बीच संभावित दानदाताओं की पहचान करनी चाहिए, जिनका लक्ष्य 1,380 रुपये या 13,800 रुपये का योगदान देना है। यह रणनीतिक दृष्टिकोण बेहतर भारत के लिए हमारे दृष्टिकोण की सफलता सुनिश्चित करेगा।"
गौरतलब है कि अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं और हाल ही में हुए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, जहां बीजेपी को जीत मिली। हालांकि, तेलंगाना में उन्होंने पहली बार अपनी सरकार बनाई।