आईएनएक्स मीडिया घोटाला मामले को लेकर मुश्किल में फंसे पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का समर्थन मिल गया है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि पी चिदंबरम ने गृह मंत्री और वित्त मंत्री रहते हुए देश की सेवा की उनके खिलाफ गलत तरीके से आरोप लगाकर उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “ऐसे वक्त में मैं उनके समर्थन में खड़ी हूं और सच सामने आने तक उनके साथ रहूंगी परिणाम चाहे कोई भी हो।”
बता दें कि आईएनएक्स मीडिया मामले को लेकर सीबीआई चिदंबरम की भूमिका की जांच कर रही है। इस मामले में पी चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मंगलवार को सीबीआई की टीम जोर बाग स्थित पी चिदंबरम के घर पहुंची, लेकिन चिदंबरम घर पर नहीं मिले।
जांच एजेंसियों की कार्रवाई के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पी चिदंबरम के लिए ट्वीट कर लिखा, ''राज्यसभा के काफी योग्य और सम्मानित सदस्य पी चिदंबरम ने दशकों हमारे देश की सेवा की है, जिसमें उनका वित्त मंत्री और गृह मंत्री के तौर पर भी कार्यकाल शामिल था। वह बिना हिचके सत्ता से सच बोलते हैं और इस सरकार की नाकामियों को उजागर करते हैं, लेकिन कायरों के लिए सच असहज होता है। इसलिए उनको शर्मनाक तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। हम उनके साथ खड़े हैं, हम सच के लिए लड़ना जारी रखेंगे, भले ही नतीजे कुछ भी हों।''
भारत मोदी सरकार के द्वेषपूर्ण बदले को देख रहा है: सुरजेवाला
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पी चिदंबरम के मामले पर कहा, ''भारत मोदी सरकार के द्वेषपूर्ण बदले को देख रहा है, भाजपा एक पुलिस स्टेट चला रही है। जज ने 7 महीने के लिए फैसला सुरक्षित रखा और रिटायरमेंट से 72 घंटे पहले इसे सुनाया। सीबीआई और ईडी को छापेमारी के लिए भेज दिया जाता है जैसे एक सम्मानित पूर्व वित्त मंत्री का पीछा किया जा रहा हो।''
क्या है मामला?
सीबीआई आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की भूमिका की जांच कर रही है। इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका ठुकरा दी थी। गिरफ्तारी से राहत के लिए चिदंबरम सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं जहां आज उनकी याचिका पर सुनवाई होनी है।
जांच एजेंसी ने यह मामला 15 मई, 2017 को दर्ज किया था। एजेंसी के अनुसार चिदंबरम पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। आरोप है कि चिदंबरम वित्तमंत्री रहने के दौरान 305 करोड़ रुपये का विदेशी फंड प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया समूह को एफआईपीबी मंजूरी देने में अनियमितता बरती थी। ईडी ने काले धन को सफेद बनाने (मनी लॉन्डरिंग) को लेकर उनके ऊपर 2018 में मामला दर्ज किया था। उनके बेटे कार्ति चिदंबरम भी मामले में आरोपी हैं।