इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति की मशाल आज हमेशा के लिए बुझ जाएगी। शुक्रवार को इसका एक हिस्सा नेशनल वॉर मेमोरियल ले जाया जाएगा। वहां पर अमर चक्र में जल रही जवान ज्योति के साथ इसका विलय होगा। इसे लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कड़ा विरोध किया है।
गांधी ने एक ट्वीट कर कहा, 'कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते...।' राहुल ने लिखा कि 'हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे।'
बता दें कि इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति की स्थापना उन भारतीय सैनिकों की याद में की गई थी जो 1971 के भारत-पाक युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए थे। इस जंग में भारत की विजय हुई थी और बांग्लादेश का गठन हुआ था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था।
वहीं भारत सरकार के सूत्र ने कहा कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्वाला में मिला दिया जा रहा है। ये अजीब बात थी कि अमर जवान ज्योति की लौ ने 1971 और अन्य युद्धों में जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन उनका कोई भी नाम वहां मौजूद नहीं है।
जानकारी के अनुसार अमर जवान ज्योति का शुक्रवार दोपहर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा। यह इंडिया गेट के दूसरी ओर सिर्फ 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया था, जहां 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं।