राजधानी दिल्ली में जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार को बदमाशों के छात्रों पर हमले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस हिंसा को लेकर बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। सुरजेवाला ने कहा है कि क्या यह गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना हो सकता है?
सुरजेवाला ने किया ये ट्वीट
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को ट्वीट किया, 'जेएनयू हमले से साबित होता है- जेएनयू कैंपस पर हमला पूर्व नियोजित था। हमले में जेएनयू प्रशासन का समर्थन था। गुंडे बीजेपी के थे। छात्रों/शिक्षकों को पीटा गया था और दिल्ली पुलिस मूक दर्शक बनी रही। क्या यह गृहमंत्री के मौन समर्थन के बिना हो सकता है?'
यह मोदी-शाह का छात्रों के लिए गुजरात मॉडल है- सुरजेवाला
वहीं, बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणदीप सुरजेवाला ने सवाल भी किया कि क्या गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना हिंसा का नंगा नाच हो सकता था? उन्होंने दावा किया, ‘जेएनयू परिसर पर हमला सुनियोजित था। हमले को जेएनयू प्रशासन का समर्थन हासिल था। गुंडों का संबंध बीजेपी से था। छात्र और शिक्षक पीटे जाते रहे और दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यह मोदी-शाह का छात्रों के लिए गुजरात मॉडल है।’
फासीवादी ताकतें बहादुर बच्चों की आवाज से डरती हैं- राहुल
जेएनयू छात्रों पर इस हमले के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, बीजेपी नेता मनोज तिवारी, मीनाक्षी लेखी और कांग्रेस से अजय माकन समेत कई नेता एम्स में घायलों का हालचाल लेने पहुंचे। प्रियंका गांधी ने घायल छात्रों से एम्स में मुलाकात की और आरोप लगाया कि यह किसी सरकार के बारे में बेहद ही शर्मनाक है कि उसने अपने ही बच्चों पर हिंसा होने दी। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमारे देश को नियंत्रित कर रही फासीवादी ताकतें बहादुर बच्चों की आवाज से डरती हैं।
20 लोग एम्स में भर्ती, कई की हालत गंभीर
जेएनयू में कल शाम नकाबपोश बदमाशों ने लड़कियों के हॉस्टल में घुसकर छात्रों पर जानलेवा हमला किया। लाठी डंडों और लोहे की सरिया लेकर आए नकाबपोश गुंडों ने छात्रों को पीटा, गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर लड़कियों पर हमले किए और प्रोफेसर्स के साथ भी मारपीट की। करीब 20 लोगों को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई छात्रों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।