देश में अरबपतियों की संपत्ति बढ़ने संबंधी एक रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार ने महामारी के समय अपने ‘मित्र’ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाया और आम लोगों को कोई राहत नहीं दी। कांग्रेस ने मांग की है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम की जाएं और आवश्यक वस्तुओं पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर घटाई जाए।
वित्त वर्ष 2023 के लिए केंद्रीय बजट की घोषणाओं से कुछ दिन पहले, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र की खराब आर्थिक नीति के कारण देश में बेरोजगारी दर 7 फीसदी और थोक महंगाई दर बढ़कर 13.56 प्रतिशत हो गई है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गिरकर 74+ पर आ गया, 84 प्रतिशत परिवारों की आय 2021 में घट गई जबकि कुछ लोगों की संपत्ति नौ गुना बढ़ गई।
कांग्रेस ने मांग की कि जिस तरह कॉरपोरेट टैक्स को 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी किया गया है,, उसी तरह मध्यम और निम्न आय वर्ग को भी राहत दी जानी चाहिए। पार्टी ने मांग की कि सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 25 रुपये प्रति लीटर की कमी करनी चाहिए, जबकि आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी दरों को या तो छूट दी जानी चाहिए या इन्हें तर्कसंगत बनाया जाना चाहिए क्योंकि इन वस्तुओं पर उच्च दरें 'प्रतिगामी' हैं।
वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, "देश में 84 फीसदी घरों की आय 2021 में घटी, लेकिन साथ ही भारतीय अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 (39 फीसदी की वृद्धि) हो गई। कि 142 भारतीय अरबपतियों के पास कुल 719 अरब अमेरिकी डॉलर (53 लाख करोड़ रुपये से अधिक) की संपत्ति है। देश के सबसे अमीर 98 लोगों की कुल संपत्ति, सबसे गरीब 55.5 करोड़ लोगों की कुल संपत्ति के बराबर है।