केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को संविधान में विभिन्न संशोधन लाने के लिए कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि विपक्षी दल ने इसे एक परिवार की 'निजी जागीर' माना और सत्ता में बने रहने के लिए इसमें संशोधन किया।
'भारत के संविधान की 75 साल की गौरवशाली यात्रा' पर चर्चा का जवाब देते हुए शाह ने कांग्रेस पर आरक्षण विरोधी होने का भी आरोप लगाया और कहा कि इसने कभी भी पिछड़े वर्गों के लाभ के लिए काम नहीं किया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने चुनाव हारने के बाद ईवीएम में 'गलतियां खोजने' के लिए भी कांग्रेस की आलोचना की। शुरुआत में उन्होंने कहा कि संविधान ने लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया है और सत्ता का हस्तांतरण बिना खून की एक बूंद भी बहाए होता है।
शाह ने कांग्रेस द्वारा संविधान में किए गए कई संशोधनों को सूचीबद्ध किया और दावा किया कि पार्टी ने ऐसा अपने फायदे के लिए किया। उन्होंने दावा किया कि देश में पहले चुनाव से पहले ही जवाहरलाल नेहरू ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कम करने के लिए पहला संविधान संशोधन किया था।
शाह ने कहा, "कांग्रेस ने संविधान को एक परिवार की 'निजी जागीर' समझ लिया और संसद को धोखा दिया।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए सालों तक मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित रखा। शाह ने कहा, "उन्होंने (कांग्रेस ने) एक परिवार की प्रशंसा करने के अलावा कुछ नहीं किया।"