कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी सरकार कायर है और यह देश उसकी कायरता को पहचान रहा है। सीएए और एनआरसी पर जब जनता ने आवाज उठाई तो ये पीछे हटने लगे। यह कायर की पहचान है। उन्होंने कहा कि आज देश मुश्किल में है। अगर आज हम आवाज नहीं उठाएंगे तो हम भी कायर कहलाएंगे। साथ ही उन्होंने प्रदेश में दूसरी विपक्षी पार्टियों के बारे में कहा कि वह कुछ ज्यादा ही सहमी हुई हैं। हम डरने वाले नहीं हैं। हम आवाज उठाते रहेंगे, चाहे हमें अकेले चलना हो। कांग्रेस की मजबूती पर कहा कि हमने एक छोटी सी शुरूआत की है, जो आपके समर्थन और सहयोग के बिना नहीं हो सकता।
'जनता की आवाज दबाने की कोशिश की'
लखनऊ में पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि जो डरता है, वह दो चीजें करता है। वह अपने दुश्मन को हिंसा कर पीटने की कोशिश करता है, उसका मुंह बंद करने की कोशिश करता है। दूसरी चीज, पीछे हटने लगता है। यह दो चीजें कायर की पहचान होती है। इस सरकार को देखिए, जनता ने आवाज उठाई, तो कायरता से उसे दबाने की कोशिश की। इसके बाद पीछे हटने लगे। आज कहते हैं एनआरसी की कोई चर्चा नहीं हुई, हम तो एनपीआर की बात कर रहे थे। यह कायर की पहचान है। पहचानिए इस कायरता को, जो देश भर में एनआरसी में चर्चा फैलाते हैं, आज कहते हैं कि चर्चा ही नहीं की।
उन्होंने कहा कि आज देश संकट में है, आपने देखा है कि किस तरह की अराजकता फैली है। देश के कोने-कोने में नौजवान अपनी आवाज उठा रहे हैं, उन कानून के खिलाफ जो देश के संविधान पर वार कर रहे हैं, जो देश के खिलाफ है, लेकिन सरकार सुनवाई नहीं करना चाहती। सरकार दमन और भय द्वारा उन आवाजों को बंद करना चाहती है।
'देशभक्ति की आड़ में भय और फूट डालना चाहते हैं'
उन्होंने कहा कि आज देश में वही शक्तियां सरकार चला रही हैं, जिनसे हमारी ऐतिहासिक टक्कर रही है। एक दमनकारी और झूठ की विचारधारा है। आज भी हम उसी विचारधारा से लड़ रहे हैं, जिनसे आजादी के समय लड़े। जिन्होंने आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं दिया, आज वही देशभक्ति का नाम लेकर अपने आप को देशभक्त कहकर देशभर में भय और फूट फैलाना चाहते हैं। सीएए और एनआरसी जैसे कानून लाते हैं, जो संविधान के खिलाफ है।
उन्होंने हाल ही में प्रदेश में हुई हिंसा को लेकर कहा कि बिजनौर में एक बच्चे को मारा गया। जिसको जान से नहीं मार पाए, उसे लाठियों से पीटा गया और जेल में डाल दिया गया। उन्होंने सवाल किया कि किसलिए पीटा? क्योंकि वह आवाज उठा रहा था, क्योंकि आपकी नीतियां उसे पसंद नहीं आईं, क्योंकि देश के संविधान के पक्ष में वह सड़क पर आ गया। किस तरह की सरकार है ये? किस तरह का प्रशासन है ये? इसके खिलाफ अगर आज हम आवाज नहीं उठाएंगे तो हम भी कायर कहलाएंगे।
इसके अलावा उन्होंने किसानों, महिलाओं, मजदूरों, कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश आज इस हालत में नहीं होना चाहिए था। विकास होना चाहिए था, ऐसी अराजकता नहीं फैलनी चाहिए, मिशाल होना चाहिए था। पूरे देश के लिए मिशाल होना चाहिए था। इसे बनाने के लिए कांग्रेस यूपी में खड़ी होगी।