कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यकाल को बढ़ाए जाने का फैसला बिहार चुनाव के मद्देनजर लिया गया है। बिहार के बाद अगले साल पंजाब में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी चाहती है कि अभी बड़े स्तर पर किसी तरह का बदलाव न हो। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यकाल को बढ़ा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान राहुल गांधी अपनी टीम को और मजबूत करें और उनके द्वारा लिए गए फैसले पार्टी मानेगी। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के समर्थकों का दबाव था कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को बड़ी जिम्मेदारी दी जाए। इसके लिए मीडिया के जरिए दबाव भी बनाया जा रहा था। लेकिन पार्टी के कई नेता नहीं चाहते थे कि राहुल को कमान अभी सौंपी जाए।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सरकार की कथनी-करनी में फर्क है। उन्होने कहा कि सरकार अपने वादों को पूरा करने में नाकाम रही है। सोनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री टालमटोल करने वाले व्यक्ति बन गए है। पाकिस्तान को लेकर भी कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि सरकार के पास कोई ठोस नीति नहीं है। सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार आरएसएस द्वारा निर्देशित और नियंत्रित है, जिसका एजेंडा सब जानते हैं। भूमि विधेयक पर सरकार के कदम वापस खींचने को सोनिया ने पार्टी की जीत बताया। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि कांग्रेस दिल्ली में भूमि विधेयक के मुद्दे पर 20 तारीख को रैली करेगी।