दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल गुरुवार यानी आज मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात करेंगे। केजरीवाल और उनकी पार्टी के अन्य साथी मंगलवार शाम को मुंबई पहुंचे थे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी केजरीवाल के साथ यहां आए हैं।
दोनों मुख्यमंत्रियों ने बुधवार को शिव सेना (यूबीटी) के अध्यक्ष व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर भेंट की तथा आम आदमी पार्टी की "केंद्र के प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण वाले अध्यादेश" के खिलाफ लड़ाई में उनका समर्थन मांगा। ठाकरे से मुलाकात के बाद, केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार शीर्ष न्यायालय पर विश्वास नहीं रखती, अध्यादेश से यह साबित हो गया है।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर राज्य सरकारों को गिराने के प्रयास किए गए। केंद्र ने पिछले शुक्रवार को दिल्ली में ग्रुप-ए के अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए एक प्राधिकरण बनाने के लिए एक अध्यादेश जारी किया था, जो कि आम आदमी पार्टी की सरकार के हिसाब से सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ एक धोखा है।
बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि को छोड़कर दिल्ली में सेवाओं का नियंत्रण निर्वाचित सरकार को सौंपे जाने के एक सप्ताह बाद केंद्र ने अध्यादेश जारी किया। अध्यादेश, जो दानिक्स कैडर के समूह-ए के अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही और स्थानांतरण के लिए एक राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण स्थापित करना चाहता है।
इसी अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने विलक्षी दलों से समर्थन मांगा है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विभिन्न नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। केजरीवाल का समर्थन करते हुए बुधवार को ठाकरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश लोकतंत्र के लिए आवश्यक था। ठाकरे ने कहा, "लोकतंत्र के विरोधियों को हमें एक साथ आना होगा। अगर इस बार हम पीछे रह जाते हैं तो देश में लोकतंत्र नहीं बचेगा।"
केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आप की लड़ाई के समर्थन में अपने देशव्यापी दौरे के तहत मंगलवार को केजरीवाल और मान ने कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात की।