दिल्ली में आठ दिनों से चल रहे धरनों पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री एलजी ऑफिस में धरना पर बैंठे हैं। भाजपा सीएम हाऊस में धरना पर बैठी है। दिल्ली के नौकरशाह प्रेस कांफ्रेस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इस अराजक स्थिति पर आंख मूंदे बैठे हैं जबकि दिल्ली के लोग इससे पीड़ित हैं।
हालाकि आईएएस अफसरों ने इस बात पर मोहर लगाते हुए कहा है कि वो काम करने और केजरीवाल से बात करने को लेकर भी तैयार है। ट्वीटर के माध्यम से अधिकारियों ने कहा है कि केजरीवाल की अपील का स्वागत करते है। वहीं अधिकारियों की इस बात का जवाब देते हुए अब मनीष सिसोदिया ने कहा है कि वो बात करने के लिए तैयार है, बशर्ते मीटिंग में उपराज्यपाल भी साथ में शामिल हो।
अरविन्द केजरीवाल अपने तीन मंत्रियों के साथ उपराज्यपाल के घर पर पिछले आठ दिनों से धरने पर बैठे हुए है। केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर आरोप लगाया है कि वो केंद्र सरकार के मुताबिक काम करते है और दिल्ली के विकास के कई कामों में दखल भी देते है। केजरीवाल का यह धरना दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाए जाने को लेकर भी है। वहीं अरविन्द केजरीवाल के इस धरने को विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ एनडीए के दल का भी समर्थन मिला और लाखों लोग सड़कों पर आ गए। धरने के दौरान तबियत खराब होने पर दिल्ली सरकार में मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।