पंजाब के वरिष्ठ नेता तथा राज्य सरकार के पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भाजपा महासचिव तरूण चुग और पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी की मौजूदगी में बादल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा में शामिल होने से ठीक पहले बादल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस से इस्तीफे के बाद मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि एक समय था पंजाब हिंदुस्तान का चांद हुआ करता था लेकिन आज पंजाब पिछड़ रहा है। इसलिए अगर कोई पंजाब को पटरी पर चढ़ा सकता है तो वो पीएम मोदी और उनकी टीम है।
मनप्रीत बादल के भाजपा में शामिल होने को पंजाब में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ पहले ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में बादल ने कहा कि कांग्रेस से उनका ‘‘मोहभंग’’ हो गया है। बादल ने अपना इस्तीफा ट्विटर पर साझा किया। उन्होंने इस्तीफे में कहा, ‘‘ पार्टी और सरकार में मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई उसे निभाने में मैंने अपना सब कुछ झोंक दिया। मुझे यह मौका देने व सम्मान देने के लिए आपका शुक्रिया अदा करता हूं।’’
बादल ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से पार्टी के भीतर जारी मौजूदा संस्कृति और उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण मैं अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा नहीं रहना चाहता।’’ बादल ने कहा, ‘‘सात साल पहले, मैंने पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब का आपकी पार्टी के साथ विलय किया था। मैंने बड़ी उम्मीदों व आकांक्षाओं के साथ यह कदम उठाया था कि इससे मुझे अपनी क्षमता के हिसाब से पंजाब के लोगों और उनके हितों की सेवा करने के पूर्ण अवसर मिलेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह उत्साह धीरे-धीरे कम होता गया, जिससे निराशा बढ़ी और मोहभंग हो गया।’’