राहुल ने सरेनी विधानसभा क्षेत्र के पखरौली में आयोजित चुनावी सभा में कहा मोदी जी और दूसरे भाजपा नेता मेरे बारे में उल्टा सीधा बोलते रहते हैं, मगर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि मजा आता है लेकिन मोदी जी ने जो फूड पार्क छीना, वह गलत था। यह काम करने की कोई जरूरत नहीं थी। इससे जनता को ही फायदा होता।
उन्होंने कहा मैं इस बात को भी समझ सकता हूं कि देश के प्रधानमंत्री रायबरेली और अमेठी की जनता के खिलाफ काम क्यों कर रहे हैं, चोट क्यों पहुंचा रहे हो। आप मेरे बारे में जो बोलो, मगर आपने जनता को जो चोट पहुंचायी, उससे मुझे भी जबर्दस्त चोट लगी है।
राहुल ने सपा-कांग्रेस के रिश्ते की मियाद के लिहाज से अहम संदेश देते हुए कहा कि जनता को दुख देने वाले पार्टियों को चुनाव में हराते हुए हमारे गठबंधन को कम से कम 250 सीटें जिताना होगा और 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद मोदी को वापस गुजरात भेजना होगा।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अमेठी में फूडपार्क परियोजना को वापस लिये जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि फूडपार्क लगने से रायबरेली, अमेठी, सुलतानपुर, प्रतापगढ़ समेत कई जिलों के किसानों को फायदा होता। इससे करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिलता।
मालूम हो कि अमेठी में बनने वाले फूड पार्क परियोजना को वर्ष 2015 में कथित रूप से केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने रद्द कर दिया था। राहुल इसे लेकर केन्द्र पर पहले भी हमले करते रहे हैं। हालांकि सरकार की तरफ से कहा गया था कि इस परियोजना को कांग्रेसनीत संप्रग सरकार ने ही निरस्त किया था।
राहुल ने आरोप दोहराया कि मोदी ने एक लाख 40 हजार करोड़ रुपया विजय माल्या और उनके जैसे 50 अमीर परिवारों को दे दिया, जिससे गरीबों को रोजगार नहीं मिला। अगर वही धन फूडपार्क में, पेपर मिल और रेल कोच फैक्टी में लगा दिया होता तो लाखों लोगों को रोजगार मिलता।
उन्होंने कहा हम यह काम करेंगे। जब :सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री: अखिलेश जी की सरकार आएगी तो हम चुन-चुनकर लोगों को रोजगार के लिये कर्ज देंगे, और कानपुर के चमड़े, मिर्जापुर के कालीन, मुरादाबाद के पीतल के सामान और फिरोजाबाद के कांच उद्योग को नयी उंचाई दी जाएगी। भाषा