सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद कानून-व्यवस्था को संभालने के भारतीय जनता पार्टी के तौर-तरीकों को लेकर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि इसके लिए केंद्र सरकार की निष्क्रियता जिम्मेदार है।
शाहदरा के फर्शबाजार में 31 अक्टूबर को रात करीब आठ बजे आकाश शर्मा (40) और उसके 16 वर्षीय भतीजे ऋषभ शर्मा की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस हमले में कृष शर्मा (10) भी घायल हो गया।
पुलिस के मुताबिक, जब इन लोगों पर हमला किया गया तब ये दिवाली मना रहे थे। संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ आप नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने चिंता प्रकट करते हुए दिल्ली में कानून-व्यवस्था के बिगड़ जाने का आरोप लगाया।
भारद्वाज ने कहा, ‘‘ शहर में ध्वस्त कानून व्यवस्था के चलते कल रात दिवाली मना रहे दो लोगों की सरेआम हत्या कर दी गई। अगर भाजपा ने कानून व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयास किए होते तो आए दिन हत्याएं, गैंगवार और लूटपाट नहीं होती।’’ भाजपा ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मंत्री ने भाजपा शासित राज्यों में जेलों से कथित तौर पर गिरोहों की गतिविधियां चलने पर भी सवाल उठाया और कहा कि झपटमारी एवं चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं जिससे नागरिकों में भय व्याप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली में इन दिनों जिस तरह के गिरोहों द्वारा किए जाने वाले अपराधों के बारे में हम सुनते हैं, वे कभी मुंबई में होते थे, जब वहां अंडरवर्ल्ड गिरोह सक्रिय थे।’’
भारद्वाज ने कहा, ‘‘ भाजपा को इस बात का जवाब देना होगा कि राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति कैसे इतनी गंभीर हो गयी। केंद्र सरकार की सहमति के बिना ऐसा नहीं हो सकता था ।’’ उन्होंने कहा कि झपटमारी की घटनाएं सारी सीमाएं पार कर चुकी हैं और अब तो महिलाएं मोबाइल फोन लेकर एवं सोना पहनकर घर से बाहर जाने से परहेज करती हैं।
भारद्वाज ने कहा कि फ्रांस के राजदूत भी देश की राष्ट्रीय राजधानी में जेबकतरी का शिकार हुए। यह घटना दिल्ली भर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बावजूद चिंता को रेखांकित करती है।
पुलिस के अनुसार, फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ और उनकी पत्नी 20 अक्टूबर को दोपहर में खरीददारी के लिए चांदनी चौक बाजार गए थे, तब उनकी जेब से उनका मोबाइल फोन चोरी हो गया था। मोबाइल फोन की चोरी के आरोप में दिल्ली पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।