कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए और जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस की तरफ से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं पर एक्शन को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को बड़ा हमला बोला। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर केन्द्र सरकार के इशारे पर काम करने और पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटने का आरोप लगाया।
सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली पुलिस की तरफ से गुंडागर्दी की जा रही है। यह आपराधिक कृत्य है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका हिसाब देना होगा। सुरजेवाला ने कहा कि हम एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हैं। इसके साथ ही, अनुशानात्मक जांच शुरु की जाए। उन्होंने कहा कि आज सभी कांग्रेस के नेता की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। कल देश के सभी राजभवनों का घेराव किया जाएगा और परसों जिला स्तर पर जोरदार प्रदर्शन होगा।
पुलिस एक्शन पर रणदीप सुजरेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि आतंक और अत्याचार का ये नंगा नाच, पूरा देश देख रहा है। मोदी जी, अमित शाह और दिल्ली पुलिस सनद रहे, सब याद रखा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सीएम,सांसद,पूर्व केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ नेताओं और महिलाओं पर जुल्म ढाने के बाद, देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के मुख्यालय में पुलिस घुसाकर हमला करा दिया।
वहीं, इधर, दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीटने के आरोप को दिल्ली पुलिस ने खारिज कर दिया है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल लॉ एंड आर्डर डीपी हूडा ने कहा कि हमने कल रात कांग्रेस को लिखित रूप में सूचित किया था कि ईडी कार्यालय के आसपास और अकबर रोड पर धारा 144 लागू होने के साथ कोई सभा आयोजित नहीं की जानी चाहिए। जब कुछ कार्यकर्ता आज भी हमारी अपील पर नहीं माने तो हमने उन्हें हिरासत में ले लिया। 2.5 दिनों में करीब 800 लोगों को हिरासत में लिया गया।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शन का आज तीसरा दिन है। पुलिस ने बताया कि हमने करीब 150 लोगों को हिरासत में लिया है। कांग्रेस ने आज सभा करने की अनुमति नहीं ली थी। उनके पदाधिकारियों को उस क्षेत्र के बारे में पता है जिसमें धारा 144 लागू है।
कई लोगों ने एआईसीसी कार्यालय के पास पुलिस पर बैरिकेड्स फेंके, तो हो सकता है हाथापाई हो गई हो। लेकिन पुलिस एआईसीसी कार्यालय के अंदर नहीं गई और लाठीचार्ज किया। पुलिस कोई बल प्रयोग नहीं कर रही है। हम उनसे हमारे साथ समन्वय करने की अपील करेंगे।
इससे पहले राहुल गांधी सीआरपीएफ जवानों की ‘‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा के साथ सुबह करीब 11 बजकर 35 मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी थीं, हालांकि अपने भाई को ईडी कार्यालय तक छोड़ने के बाद प्रियंका चली गईं। अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी से दोपहर 12 बजे पूछताछ आरंभ हुई।
संघीय जांच एजेंसी के कार्यालय के आसपास पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है तथा आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है।
ईडी ने कांग्रेस नेता से मंगलवार को 11 घंटे से अधिक और सोमवार को 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। जांच एजेंसी ने राहुल गांधी से आज भी पेश होने के लिए कहा था।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के तीसरे दिन भी विरोध-प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से सटे इलाके में धारा 144 लागू कर रखी है।
मुख्य विपक्षी दल ने दावा किया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने से रोका जा रहा है तथा सिर्फ दो मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत एवं भूपेश बघेल को ‘24 अकबर रोड’ पहुंचने की अनुमति दी गई है। उसने यह भी कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी झुकने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस के अनुसार, सांसद मणिकम टैगोर, ए. चेल्ला कुमार, अमर सिंह और जयकुमार विजय वसंत तथा भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पार्टी सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि पुलिस ने उनके आवास को ‘सील’ कर दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज सुबह से मेरे दिल्ली निवास स्थान को दिल्ली पुलिस ने सील कर रखा हैं, घर पर परिवार के साथ-साथ सैकड़ों समर्थक भी उपस्थित है…क्या दिल्ली में शांतिपूर्ण मार्च प्रदर्शन करना गुनाह है?’’
ईडी धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज कर रही है। इसी मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है। सोनिया गांधी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्वस्थ हैं और फिलहाल सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं।
अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है, ताकि ‘यंग इंडियन’ और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेन-देन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके। ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं।
कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है।
दिल्ली की एक निचली अदालत द्वारा ‘यंग इंडियन’ के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिए जाने के बाद एजेंसी ने पीएमएलए के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज किया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में 2013 में एक शिकायत दर्ज कराई थी।
स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी की साजिश रचने एवं धन के गबन का आरोप लगाया था और दावा किया था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया, जो एजेएल पर कांग्रेस का बकाया था।