चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को सलाह दी है कि सेना और सैन्य अभियानों की तस्वीरें चुनावी अभियान में इस्तेमाल न की जाएं। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से कहा है कि वे अपने चुनाव अभियान में सैनिकों और सैन्य अभियानों की तस्वीरों का इस्तेमाल करने से बचें।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चुनाव आयोग ने शनिवार को 2013 में जारी परामर्श का हवाला देते हुए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने पार्टी प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों से इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा। आयोग ने एक राजनीतिक दल के पोस्टर में वायु सेना विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीर के कथित इस्तेमाल पर संज्ञान लेते हुए राजनीतिक दलों को ऐसा करने से बचने का परामर्श दिया है।
बता दें कि आयोग ने दिसंबर 2013 में रक्षा मंत्रालय की शिकायत पर यह परामर्श जारी किया था। इसमें मंत्रालय ने विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों द्वारा चुनाव अभियान में सैन्यकर्मियों की तस्वीर का इस्तेमाल करने पर चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित करते हुए इसे रोकने के लिए उपयुक्त निर्देश जारी करने का अनुरोध किया था।
आयोग ने अपने परामर्श में कहा कि सुरक्षा बल देश की सीमाओं और राजनीतिक तंत्र की सुरक्षा के तटस्थ पहरेदार हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को अपने चुनावी अभियान में सैन्य बलों के संदर्भ का किसी भी रूप में सहारा लेते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके मद्देनजर राजनीतिक दलों और उनके उम्मीदवारों को चुनाव अभियान में सैन्य बलों के जवानों और सैन्य अभियानों की तस्वीर आदि का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना चाहिए।
आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने नेताओं एवं उम्मीदवारों को सैनिकों और सैन्य अभियानों की तस्वीर का इस्तेमाल करने से बचने का निर्देश जारी करने को कहा है।
इस पोस्टर पर मचा बवाल
साउथ दिल्ली के किशनगढ़ बस स्टैंड के करीब एक पोल पर राजनीतिक पोस्टर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस पोस्टर पर अभिनंदन का कैरीकेचर बनाया हुआ है जिस पर साउथ एमसीडी की पूर्व मेयर सरिता गुप्ता के साथ वसन्त कुंज के निगम पार्षद का भी फोटो लगा है। हालंकि उन्होंने पोस्टर लगाने की बात से साफ इंकार कर दिया और कहा है कि ऐसे पोस्टर कहा लगे हैं उन्हें खुद नहीं पता है।
Dear Election Commission of India:
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) March 9, 2019
Is this permissible?
Using photograph of a serving soldier in political posters?
If not, will you act against it? pic.twitter.com/IiGUkphZWM
इसी को लेकर चुनाव विश्लेषक योगेन्द्र यादव ने ट्वीट करते हुए चुनाव आयोग को टैग किया और पूछा है कि इस पोस्टर विज्ञापन पर क्या कार्रवाई होगी। इसपर चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद ऐसे विज्ञापनों पर गौर किया जाएगा। बता दें कि पोस्टर विज्ञापन को लेकर बीजेपी, विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है और लगातार ट्विटर पर बीजेपी को घेरा जा रहा है।