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छत्‍तीसगढ़ चुनाव फिक्सिंग? चुनाव आयोग ने दिए जांच के निर्देश

पिछले साल छत्तीसगढ़ में एक विधानसभा सीट पर पिछले साल हुए उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच सौदेबाजी का मामला सामने आया है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्‍सप्रेस ने इस मामले में एक ऑडियो टेप जारी किया है जिससे राज्‍य की सियासत में तूफान खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने टेप विवाद में अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले में चुनाव आयोग ने भी जांच के आदेश दे दिए हैं।
छत्‍तीसगढ़ चुनाव फिक्सिंग? चुनाव आयोग ने दिए जांच के निर्देश

अंग्रेजी अखबारइंडियन एक्सप्रेस ने सितंबर 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान कांग्रेस नेता अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी और मुख्‍यमंत्री रमन सिंह के दामाद के बीच कथित सौदेबाजी का ऑडियो टेप उजागर किया है। कांग्रेस उम्मीदवार के आखिरी समय में नाम वापस लेने की वजह से भाजपा ने आसानी से यह उपचुनाव जीत लिया था। अखबार की ओर से जारी कथित टेप में अजित जोगी, उनके विधायक पुत्र अमित जोगी और मुख्‍यमंत्री रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता, नाम वापस लेने वाले कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार के बीच बातचीत में कई करोड़ के 'लेनदेन' का जिक्र है। हालांकि टेप में रमन सिंह की आवाज नहीं है लेकिन उनके करीबी लोगों के नाम सामने आए हैं। टेप में रिकॉर्ड बातचीत को सुनने से लगता है कि कांग्रेस उम्‍मीदवार ने सौदेबाजी के बाद अपना नाम वापस लिया। वह अजित जोगी के विश्वस्त माने जाते थे लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गए। 

इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे। लेकिन चुनाव से पहले ठीक पहले कांग्रेस के उम्मीदवार मंतूराम पवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। इससे कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई थी। आरोप है कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए काफी जोड़तोड़ किया और आखिरी दिन एक-एक कर 10 उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिए थे। अंत में इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ सिर्फ अंबेडकराइट पार्टी ऑफ़ इंडिया के रूपधर पुड़ो ही मैदान में बचे थे। भाजपा के भोजराज नाग ने चुनाव में 50 हजार से भी ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। इस मामले में कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के नेता फंसते नजर आ रहे हैं।

चुनाव आयोग ने दिए जांच के निर्देश

उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कथित सौदेबाजी को लेकर चुनाव आयोग भी हरकत में आ गया है। आयोग ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव को टेप मामले में तत्काल जांच गठित करने और सात जनवरी तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है।  

कांग्रेस ने मांगा रमन सिंह का इस्‍तीफा 

इस मामले पर कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि नाम वापस लेने के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार को मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रलोभन दिया था। सुरजेवाला ने रमन सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले की जांच कराने को कहा है।सुरजेवाला ने कहा कि चूंकि कांग्रेस नेताओं के नाम भी टेप में सामने आए हैं इसलिए उनके व्यवहार की भी जांच होनी चाहिए।

अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस 

टेप के सामने आने के बाद छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस में अजीत जोगी का विरोध तेज हो गया है। छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सात दिनों के अंदर जवाब मांगा है। बघेल ने कहा, रमन सिंह ने लोकतंत्र का अपमान किया है। उन्होंने अपनी शक्ति और काले धन का दुरूपयोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया में किया। अजीत जोगी ने इस मामले को उनके और उनके बेटे के खिलाफ षड्यंत्र करार दिया। उनका कहना है कि ऐसे टेप अदालत में मान्य नहीं होते। कांग्रेस के उम्मीदवार रहे मंतूराम पवार ने भी टेप को झूठा बताते हुए किसी दबाव या प्रलोभन में नाम वापस लेने से इंकार किया है।  

रमन सिंह ने बताया कांग्रेस का अंदरूनी मामला 

उपचुनाव में फिक्सिंग के आरोपों को निराधार बताते हुए मुख्‍यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी का नतीजा है। पवार के चुनाव से हटने में भाजपा की कोई भूमिका नहीं थी। अपने दामाद पुनीत गुप्ता का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, मेरा दामाद सरकारी सेवक है और उन्हें राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। मेरे परिवार और भाजपा को इस मुद्दे में कांग्रेस घसीट रही है। इस मामले में राज्य भाजपा भी रमन सिंह के साथ खड़ी नजर आई और आरोपों से इंकार किया।

 

- एजेंसी इनपुट

 

 

 

 

 

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