मिश्र ने कल रात बलरामपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सपा कोई राजनीतिक दल नहीं है। जिस तरह कश्मीर में आतंकवादी और नेपाल में माओवादी हैं, ठीक उसी तरह उत्तर प्रदेश में समाजवादी हैं। समाजवाद का नारा लगाने वाले सपा नेताओं का समाजवाद से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि जब राज्यसभा या विधान परिषद में भेजने की बात आती है तो वे समाजवादियों के बजाय पूंजीपतियों को चुनते हैं।
मिश्र केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सपा का न तो कोई सिद्धांत है और ना ही कोई नीति। यह मात्र एक परिवार का संगठन है, जो इसे अपनी मर्जी से चला रहा है। भाजपा सांसद ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र को बदनाम करने के लिए विकास कार्यों में बाधा पैदा करने के साथ-साथ लापरवाही बरत रही है।