कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण ज़रूरी करने को लेकर सरकार पर बड़ा हमला करते हुए गुरुवार को कहा कि जिन गरीबों के पास इंटरनेट नहीं है और वे बिना पंजीकरण के पैदल चलकर टीकाकरण केंद्र पर आते हैं तो उनको भी टीका लगवाने का हक़ है। उन्हें इस हक़ से वंचित नहीं रखा जा सकता।
राहुल गांधी ने कहा है कि टीका लगवाना देश के हर नागरिक का हक है और आज भी असंख्य गरीब ऐसे हैं जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है लेकिन उन्हें टीका लगाने के हक से वंचित नही रखा जा सकता है इसलिए टीकाकरण केंद्र पर आने वाले हर व्यक्ति को टीका लगना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया "वैक्सीन के लिए सिर्फ़ ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन काफ़ी नहीं। वैक्सीन सेंटर पर चल कर आने वाले हर व्यक्ति को टीका मिलना चाहिए। जीवन का अधिकार उनका भी है जिनके पास इंटरनेट नहीं है।"
इससे पहले राहुल गांधी ने टीकाकरण के लिए राज्यों को मुफ्त टीका मुहैया कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद सवाल किया कि अगर टीके सभी के लिए मुफ्त हैं तो फिर निजी अस्पतालों को पैसा क्यों लेना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने भी हाल ही में टीकाकरण से पहले कोविन ऐप पर अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत पर सवाल उठाए थे। कोर्ट ने कहा था कि नीति निर्माताओं को जमीनी हकीकत से वाकिफ होना चाहिए और 'डिजिटल इंडिया' की वास्तविक स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए। कोर्ट ने कहा था, 'आपको देखना चाहिए कि देशभर में क्या हो रहा है। जमीनी हालात आपको पता होने चाहिए और उसी के मुताबिक नीति में बदलाव किए जाने चाहिए। यदि हमें यह करना ही था तो 15-20 दिन पहले करना चाहिए था।'