कांग्रेस ने घरेलू रसोई गैस की कीमत में प्रति सिलेंडर 200 रुपये की कमी के फैसले को लेकर बुधवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने पिछले नौ वर्षों में एलपीजी के दाम में 185 प्रतिशत की वृद्धि की और अब सिर्फ 17.5 प्रतिशत की कमी की है।
पार्टी प्रवक्ता और सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की ताकत के चलते सरकार रसोई गैस के दाम करने के लिए मजबूर हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में एलपीजी सिलेंडर के दाम 200 रुपये कम करने का निर्णय लिया गया।
सुप्रिया श्रीनेत ने एक वीडियो जारी कहा, ‘‘यह ‘इंडिया’ की ताक़त है कि रसोई गैस के दाम में आग लगाने वाले अब दाम घटाने को मजबूर हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि इस सरकार ने पिछले 9.5 वर्ष में ईंधन पर कर बढ़ाकर 30 लाख करोड़ की मुनाफ़ाख़ोरी की है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ख़रीद की क्षमता के अनुसार, दुनिया में सबसे महंगी रसोई गैस भारत में बिकती है। देश में रसोई गैस के दाम वर्ष 2014 में 400 रुपये प्रति सिलेंडर थे जो 2023 में 1140 रुपये हो गए। सरकार ने दाम में नौ वर्षों में 185 प्रतिशत की वृद्धि की। अब अगस्त 2023 में रसोई गैस दाम 17.5 प्रति घटाए गए।’’
उनके मुताबिक, भारत में रसोई गैस का दाम ‘सऊदी अरामको’ के एलपीजी दाम और डॉलर एवं रुपये के मूल्य के आधार पर निर्भर करता है। सऊदी अरामको के एलपीजी दाम के मुताबिक, जनवरी, 2014 में एलपीजी की कीमत 1010 डॉलर प्रति मीट्रिक टन थी जो जनवरी, 2023 में घटकर 590 डॉलर प्रति मीट्रिक टन रह गई। अगस्त, 2023 में एलपीजी का दाम 470 डॉलर प्रति मीट्रिक टन था।’’ सुप्रिया ने कहा, ‘‘ये आंकड़े सच्चाई बताते हैं। यह पब्लिक है, सब जानती है।’’