राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को निलंबित कर दिया है। सभापति धनखड़ ने इसकी घोषणा की। बता दें कि दिल्ली सेवा विधेयक पर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के मामले में आप सांसद पर यह कार्रवाई हुई है।
शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राघव चड्ढा के निलंबन की घोषणा करते हुए कहा, "मैं राघव चड्ढा को परिषद की सेवा से तब तक निलंबित करता हूं जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट का लाभ नहीं मिल जाता।"
#WATCH | Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar announces, "...I suspend Raghav Chadha from the service of the Council till the Council has the benefit of the report by the Committee of Privileges." pic.twitter.com/OXMGitpdMQ
— ANI (@ANI) August 11, 2023
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे(भाजपा) लोकतंत्र को दबाना चाहते हैं और संविधान के तहत चलना नहीं करना चाहते। इसलिए सभी दलों (I.N.D.I.A गठबंधन) के लोग यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हम उनके गैरकानूनी काम के खिलाफ लड़ते रहेंगे...लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए हम संसद के अंदर और बाहर हर जगह लड़ेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में राघव चड्ढा पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद, उच्च सदन के पांच सांसदों एस फांगनोन कोन्याक, भाजपा के नरहरि अमीन और सुधांशु त्रिवेदी, अन्नाद्रमुक के एम थंबीदुरई और बीजद के सस्मित पात्रा ने कहा कि चड्ढा द्वारा सदन में पेश किए गए एक प्रस्ताव में उनकी सहमति के बिना उनका नाम शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों, राज्यसभा में दिल्ली सेवा विधेयक पर बोलते हुए कहा था, "दो सदस्य (बीजद सांसद सस्मित पात्रा और भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी) कह रहे हैं कि उन्होंने आप सांसद राघव चड्ढा द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव (चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। अब यह जांच का विषय है कि प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कैसे किए गए।"
इसके बाद दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा था, ''मैं भाजपा नेताओं को वह कागज लाने की चुनौती देता हूं जिस पर फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे।''
फर्जी हस्ताक्षर मामला: अंतिम रिपोर्ट आने तक आप नेता और सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को निलंबित कर दिया है। सभापति धनखड़ ने इसकी घोषणा की। बता दें कि दिल्ली सेवा विधेयक पर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के मामले में आप सांसद पर यह कार्रवाई हुई है।
शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राघव चड्ढा के निलंबन की घोषणा करते हुए कहा, "मैं राघव चड्ढा को परिषद की सेवा से तब तक निलंबित करता हूं जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट का लाभ नहीं मिल जाता।"
#WATCH | Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar announces, "...I suspend Raghav Chadha from the service of the Council till the Council has the benefit of the report by the Committee of Privileges." pic.twitter.com/OXMGitpdMQ
— ANI (@ANI) August 11, 2023
गौरतलब है कि इससे पहले बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में राघव चड्ढा पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद, उच्च सदन के पांच सांसदों एस फांगनोन कोन्याक, भाजपा के नरहरि अमीन और सुधांशु त्रिवेदी, अन्नाद्रमुक के एम थंबीदुरई और बीजद के सस्मित पात्रा ने कहा कि चड्ढा द्वारा सदन में पेश किए गए एक प्रस्ताव में उनकी सहमति के बिना उनका नाम शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों, राज्यसभा में दिल्ली सेवा विधेयक पर बोलते हुए कहा था, "दो सदस्य (बीजद सांसद सस्मित पात्रा और भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी) कह रहे हैं कि उन्होंने आप सांसद राघव चड्ढा द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव (चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। अब यह जांच का विषय है कि प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कैसे किए गए।"
इसके बाद दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा था, ''मैं भाजपा नेताओं को वह कागज लाने की चुनौती देता हूं जिस पर फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे।''