कांग्रेस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की सिख समुदाय से जुड़ी टिप्पणी का समर्थन करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें ‘जान से मारने की धमकी’ देने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता तरविंदर सिंह मारवाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए तथा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष की सुरक्षा की समीक्षा होनी चाहिए।
पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि राहुल गांधी की बातों को संदर्भ से अलग करके पेश किया गया, जबकि उन्होंने सिख समुदाय के हित में बात की है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के सिख प्रकोष्ठ के सदस्यों ने सिख समुदाय के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के खिलाफ बुधवार को यहां 10 जनपथ स्थित उनके आवास के निकट प्रदर्शन किया था। कांग्रेस ने एक वीडियो जारी कर कहा कि प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेता मारवाह ने राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी दी।
राहुल गांधी ने सोमवार को वाशिंगटन डीसी में भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों की एक सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। उन्होंने कहा था कि भारत में राजनीति के लिए नहीं, बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है।
बाजवा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राहुल गांधी जी जब अमेरिका गए थे, तब उन्होंने वहां बताया कि देश की आजादी में कांग्रेस का क्या योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की विचारधारा लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने की है। राहुल जी ने कहा कि देश में हालात ऐसे बन रहे हैं कि लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, हर बात का गलत मतलब निकालना भाजपा की आदत हो चुकी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी ने अमेरिका में जो भी कहा, उसमें सच्चाई थी। हमारे देश के किसान किसी एक धर्म के नहीं हैं। जब किसान आंदोलन हुआ, तब उसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के किसान शामिल थे। लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इतना भी नहीं किया कि 10 मिनट का समय निकालकर किसानों की बात सुन लें।’’
चन्नी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी ने चिंता जताई थी कि देश में जैसा व्यवहार अनुसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के साथ किया जा रहा है, कहीं सिखों के साथ भी वही न होने लगे। उन्होंने सिखों के हक में बात की है, हम उनकी सराहना करते हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा को इस बात की तकलीफ है कि राहुल गांधी जी ने सिखों के हक में बोला है, इसलिए वो उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है।
बाजवा ने कहा, ‘‘मारवाह के खिलाफ सरकार की तरफ से प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए थी। अगर वो नहीं करेंगे, तो हम प्राथमिकी दर्ज कराने की पहल करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी की सुरक्षा की समीक्षा होनी चाहिए।’’
राहुल गांधी ने अमेरिका के अपने कार्यक्रम में पहली पंक्ति में दर्शकों के बीच बैठे एक सिख व्यक्ति से पूछा था, ‘‘मेरे पगड़ीधारी भाई, आपका क्या नाम है?’’
कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘‘लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं, या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारे जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।’’