हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद रहे सुरेश चंदेल ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया।इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल भी थीं।
कई दिन से उनके कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। हालाकि भाजपा के दिग्गज भी उन्हें मनाने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन वह नहीं माने और कांग्रेस में शामिल हो गए। इससे पहले सुरेश चंदेल ने कांग्रेस के आला नेताओं अहमद पटेल और महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की थी। भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वाले पंडित सुखराम के बाद दूसरे बड़े नेता हैं। चंदेल के कांग्रेस में जाने से हिमाचल भाजपा को अच्छा खासा नुकसान हो सकता है।
रह चुके हैं तीन बार सांसद
चंदेल का हमीरपुर संसदीय चुनाव क्षेत्र में अच्छा खासा प्रभाव रहा है। चंदेल हमीरपुर से तीन बार सांसद और 1998 से 2000 तक प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं। उनका इलाके के राजपूत वोटरों में अच्छा खासा जनाधार है। यही वजह है कि पिछले अरसे से यह कोशिश की जा रही थी कि चुनावों के दौरान चंदेल कांग्रेस में न जायें।
खासी अहम है हमीरपुर सीट
हिमाचल की हमीरपुर सीट अपने आप में खास अहमियत रखती है। यहां से भाजपा ने मौजूदा सांसद अनुराग ठाकुर को मैदान में उतारा है। अनुराग ठाकुर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं। अनुराग ठाकुर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। चंदेल के कांग्रेस का दामन थाम लेने से अनुराग ठाकुर के लिये जरूर मुश्किल हालात हो सकते हैं।