देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा के नाम का एलान किया गया है। एऩसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस सर्वसम्मत निर्णय के लिए 17 दल शामिल हैं। अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति का नामांकन दाखिल करेंगी। उनका मुकाबला एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से होगा।
इससे पहले दिल्ली में शरद पवार के आवास पर विपक्षी दलों की बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया। बैठक में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, माकपा नेता सीताराम येचुरी, शिवसेना नेता संजय राउत और अन्य मौजूद रहे। बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव व संसद के आगामी सत्र को लेकर चर्चा की गई।
शरद पवार ने कहा कि हम ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछली बार उन्होंने हमारे संयुक्त राष्ट्रपति उम्मीदवार का समर्थन किया था। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में हम विपक्ष के साथ हैं। विपक्ष इस चुनाव में एकजुट है।
विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने ट्वीट किया, "यह एक विशेषाधिकार और सम्मान की बात है... मैं इस नामांकन को बड़ी विनम्रता के साथ स्वीकार करती हूं और विपक्ष के नेताओं को धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया है।"
गोवा की राज्यपाल रह चुकी मार्गरेट अल्वा कर्नाटक की रहने वाली हैं। मार्गरेट अल्वा का जन्म 14 अप्रैल को 1942 को कर्नाटक के मेंगलोर में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई कर्नाटक में ही पूरी की और फिर कांग्रेस से से जुड़ीं। कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। वह अलग-अलग मंत्रालयों की समितियों में भी शामिल रहीं। कांग्रेस ने उन्हें 1975 में पार्टी का महासचिव बनाया था। अल्वा कुल चार बार राज्यसभा की सदस्य रहीं। उसके बाद 1999 में वो लोकसभा की सदस्य चुनी गईं।