अनिवासी भारतीय मामलों के आयुक्त मेसक्विटा के इस पत्र की एक प्रति पीटीआई के पास उपलब्ध है जिसमें उन्होंने लिखा, प्रणालीगत परिवर्तन के लिए लड़ाई, देश की अर्थव्यवस्था को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना, कालाधन का इस्तेमाल एवं इसका प्रसार करने वाले नेताओं को दंडित करना और कई अन्य बदलाव आपके घोषित उद्देश्यों में शामिल हैं।
छह जनवरी, 2017 को लिखे पत्र में अमित शाह को भी संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया, दुर्भाग्यवश गोवा में इसके विपरीत हो रहा है। मेसक्विटा ने स्थानीय पार्टी इकाई के खिलाफ अपने दावों के समर्थन में कांग्रेस के दो पूर्व विधायकों -- माॅविन गोडिन्हो और पांडुरंग मडकाईकर को पार्टी में शामिल किए जाने का हवाला दिया। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के दो भ्रष्ट विधायकों को हाल में भाजपा में शामिल किया जाना, राजनीतिक स्वार्थ का इससे बेहतर उदाहरण नहीं है।
पत्र के अनुसार, जिन दो विधायकों को उन्होंने पार्टी में शामिल किया है उन्हें नीचा दिखाने के लिए भाजपा नेताओं ने कोई मौका नहीं गंवाया था और यहां तक कि विधानसभा के पवित्र मंच सहित उन्होंने हर मंच पर एेसा किया। और आज वे उन्हें गले लगा रहे हैं। नतीजतन गोवा में विशेषकर पार्टी नेता और पार्टी अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है।
गोवा विधानसभा चुनाव से पूर्व इन दोनों नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया था और भाजपा हाईकमान द्वारा दिल्ली में जारी विधानसभा चुनाव के पाटर्ी उम्मीदवारों की पहली सूची में इन विधायकों के नाम भी शामिल थे।