तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की मोदी कैबिनेट छोड़ने की घोषणा के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों की लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वहीं एनडीए से बागी चल रही शिवसेना ने भी अपनी चिंता जाहिर की है। शिवसेना ने टीडीपी के इस फैसले को भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण बताया है।
शिवसेना की मनीषा कायंदे ने कहा कि टीडीपी से पहले, उद्धव जी ने अपना रुख स्पष्ट किया था। टीडीपी के 2 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, भाजपा को इसके बारे में सोचना चाहिए था। पूर्व राजग के नेताओं ने गठबंधन को एक साथ बनाए रखा था। अब के नेता अतिआत्मविश्वास में है। ऐसे में 2019 भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
Even before TDP, Uddhav Ji had clarified his stance. 2 ministers from TDP are about to resign, BJP should've thought about it. Former NDA leaders had kept the alliance together. Now it's overconfident. 2019 will be challenging for BJP: Manisha Kayande, Shiv Sena on #AndhraPradesh pic.twitter.com/HJZuKW6WB9
— ANI (@ANI) March 8, 2018
वहीं शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को यह उम्मीद थी। अन्य दल भी एनडीए से बाहर चले गए। सहयोगी दलों के पास अब भाजपा के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं। धीरे-धीरे उनकी शिकायतें खत्म हो जाएंगी और अंततः वे गठबंधन से बाहर निकल जाएंगे।
इधर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने इसे सियासी ड्रामा करार दिया। उन्होंने कहा कि क्या संकट? यह मैच फिक्सिंग की तरह है वे अभी भी गठबंधन वापस लेने का नाटक कर रहे हैं। अगर 2 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया तो क्या होगा? यदि आप गंभीर हैं तो इसे गंभीरता से करें। चौधरी ने कहा कि ये पागलपन कहीं रुकेगा नहीं। जब केंद्र सरकार कमजोर रहती है या उनके तरफ से इशारा जाता है तो ऐसी हरकतें होती जाएंगी। केन्द्र को मानना पड़ेगा की वो फेल है या जानबूझकर करा रहे हैं।
What crisis? This is like match fixing. They are still pretending to withdraw (from the alliance). What would happen if 2 ministers resign? If you are serious do it seriously: Renuka Chowdhury, Congress on #AndhraPradesh pic.twitter.com/tpBoYMXgrF
— ANI (@ANI) March 8, 2018
एनडीए की सहयोगी पार्टी आरपीआई के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि जब भी आप प्रधान मंत्री मोदी और बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह से समय मांगते हैं तो वे जरूर मिलते हैं। यदि सभी राज्य विशेष दर्जा की मांग करने लगे तो सरकार के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी।
Whenever you seek time from PM Modi and BJP President Amit Shah they meet. If all states demand special status it would become very difficult for the government: Union Minister Ramdas Athawale in Delhi pic.twitter.com/CHuITMnrsG
— ANI (@ANI) March 8, 2018
उन्होंने कहा कि यह अच्छा नहीं है कि टीडीपी ने एनडीए से अलग होने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से अपील करना चाहते हैं कि उन्हें आंध्र के लोगों के विकास के लिए एक बार फिर इस फैसले पर विचार करना चाहिए, उन्हें एनडीए के साथ रहना चाहिए।
दरअसल, टीडीपी आंध्र प्रदेश में सत्ता में है और लंबे समय से केंद्र सरकार से मांग कर रही है कि आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए, लेकिन केंद्र ने ऐसा करने से मना कर दिया है। इसे लेकर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मोदी कैबिनेट छोड़ने का फैसला किया।