आखिरकार आरपीएन सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं। पडरौना राजघराने के राजा और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली।
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा कि 32 सालों तक मैं एक पार्टी में ईमानदारी, लगन और मेहनत से एक पार्टी में रहा, लेकिन जिस पार्टी में इतने सालों तक रहा, अब पार्टी वैसी नहीं रह गई और न ही उस पार्टी की वैसी सोच रह गई है।
उन्होंने कहा कि अगर देश में राष्ट्र निर्माण करना है और देश को आगे बढ़ाना है तो मैं एक छोटे कार्यकर्ता की हैसियत से हमारा प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए जो भी प्रयास होगा अवश्य करूंगा।
आरपीएन सिंह ने इससे पहले ट्वीट किया, ''यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है, मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी और माननीय गृहमंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान के लिए तत्पर हूं।''
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मंगलवार सुबह ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने देश की जनता और पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए कांग्रेस का आभार जताया।
बता दें कि आरपीएन कुछ दिनों से कांग्रेस की गतिविधियों में सक्रियता नहीं दिखा रहे थे और तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि वह पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। यूपीए-2 सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुके आरपीएन अभी झारखंड के कांग्रेस प्रभारी भी थे। आरपीएन 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए और केंद्र में मंत्री बने।